यूपीटीटीआइ में ढीली होगी छात्रों की जेब, दस हजार रुपये बढ़ेगी बीटेक की फीस
यूजर चार्ज के रूप में होगी बढ़ोतरी 2019-20 से लागू होगा नया शुल्क ढांचा संस्थान प्रशासन ने बनाया प्रस्ताव।
कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश वस्त्र प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआइ) नए सत्र से फीस बढ़ाने पर विचार कर रहा है। फिलहाल संस्थान प्रशासन ने बीटेक की फीस में दस हजार रुपये की बढ़ोतरी करने का खाका तैयार किया है। यह वृद्धि यूजर चार्ज के रूप में होगी। वर्तमान में यूजर चार्ज 30 हजार रुपये है।
संस्थान प्रशासन की ओर से गठित कमेटी ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब इसे वित्त समिति की बैठक में रखा जाएगा। अनुमति मिलने के बाद सत्र 2019-20 से ही नए शुल्क ढांचे को लागू किया जा सकता है। इससे आठ सौ छात्र-छात्राओं पर असर पड़ेगा। हालांकि छात्रों की ट्यूशन फीस में बढ़ोतरी नहीं होगी। यह 40 हजार रुपये ही रहेगी।
शिक्षकों को भी नहीं पता चलेगा कि कौन सा प्रश्न पत्र आएगा
यूपीटीटीआइ में चार मई से होने वाली सत्र परीक्षाओं में सख्ती के लिए परीक्षा विभाग ने नया तरीका निकाला है। इस बार शिक्षकों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि किस विषय का कौन सा प्रश्न-पत्र छात्रों को मिलने वाला है। 20 फीसद प्रश्न पत्र बाहरी शिक्षकों से बनवाया जाएगा, जबकि शेष 80 फीसद प्रश्न पत्र कॉलेज के शिक्षक ही तैयार करेंगे। शिक्षकों से प्रत्येक प्रश्न के दो-दो सेट बनवाए जाएंगे। उन्हें भी यह पता नहीं होगा कि कौन सा सेट किस परीक्षा कक्ष में बांटा जाएगा।
छात्रों को मिलेगी दो विषय चुनने की आजादी
बीटेक छात्रों को दो विषय चुनने की आजादी मिलेगी। एक छात्र दो इलेक्टिव विषय की परीक्षा दे सकेगा। इनमें रोजगारपरक विषय क्लोदिंग साइंस, मैकेनिकल मशीन डिजाइन, टेक्सटाइल मशीन डिजाइन व मैन्यूफैक्चङ्क्षरग आदि विषय भी शामिल हैं। इस वर्ष आठ सौ छात्र-छात्राएं सत्र परीक्षा में शामिल होंगे। इनमें टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल इंजीनियङ्क्षरग, टेक्सटाइल केमिस्ट्री, मैनमेड फाइबर टेक्नोलॉजी विषय से बीटेक कर रहे छात्र छात्राएं शामिल हैं। इसके अलावा टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी व टेक्सटाइल केमिस्ट्री से एमटेक करने वाले छात्रों की परीक्षाएं भी साथ में होंगी। निदेशक प्रोफेसर मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि नकलविहीन परीक्षाओं के मद्देनजर प्रश्न पत्र बनाने के प्रारूप में बदलाव किया गया है।