मानसिक तनाव और डिप्रेशन में आकर कानपुर के बीएससी छात्र ने चुना मौत का रास्ता, घर में लगाई फांसी
घर पर रहकर वीएसएसडी कॉलेज से लेक्चरर पद से रिटायर अपने दादा दुर्गा शंकर त्रिवेदी की सेवा करता था। बुधवार रात किसी समय बेटे ने अंगौछे में शर्ट बांधकर पंखे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। छात्र अपनी माँ के निधन के बाद से डिप्रेशन में था।
कानपुर, जेएनएन। हरबंशमोहाल थानाक्षेत्र के गड़रिया मोहाल इलाके में रहने वाले बीएससी तृतीय वर्ष के 23 वर्षीय छात्र अनिरुद्ध त्रिवेदी ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह दो वर्ष पूर्व मां के निधन के बाद से डिप्रेशन में था। इकलौते बेटे की मौत से पिता बेहाल हो गए। रिश्तेदार उन्हें सहारा देने की कोशिश कर रहे हैं।
गड़रिया मोहाल निवासी योगेश शंकर त्रिवेदी किराना की दुकान चलाते हैं। उन्होंने बताया कि दो वर्ष पूर्व उनकी पत्नी की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद से वह अपने बेटे अनिरुद्ध के साथ किसी तरह जीवन यापन कर रहे थे। बेटा विवि से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही घर पर रहकर वीएसएसडी कॉलेज से लेक्चरर पद से रिटायर अपने दादा दुर्गा शंकर त्रिवेदी की सेवा करता था। बुधवार रात किसी समय बेटे ने अंगौछे में शर्ट बांधकर पंखे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। देर रात जब योगेश घर पहुंचे तो घटना का पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
कार्यवाहक थाना प्रभारी भोला प्रसाद रस्तोगी ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। स्वजन ने बताया है कि छात्र अपनी माँ के निधन के बाद से डिप्रेशन में था। शायद इसी वजह से आत्मघाती कदम उठा लिया।