सीएसजेएमयू में पहली बार लागू की व्यवस्था, अब बीएससी पास और डिप्लोमा धारक भी कर सकेंगे बीटेक
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में पहली बार अब बीएससी पास और डिप्लोमा धारक भी तीन कोर्स में बीटेक कर सकेंगे और इसी सत्र से विश्वविद्यालय के विभिन्न कोर्सों में मेरिट के आधार पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो रही है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बीएससी पास और डिप्लोमा धारक छात्र-छात्राएं भी अब छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से बीटेक कोर्स कर सकेंगे। पहली बार विश्वविद्यालय की ओर से यह व्यवस्था लागू की गई है और इसी सत्र से प्रवेश भी होंगे। विभिन्न कोर्सों के लिए आवेदन प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो रही है और मेरिट के आधार पर दाखिला लिया जाएगा। छात्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 300 रुपये शुल्क जमा करके पंजीकरण करा सकते हैं। साथ ही एक साथ तीन कोर्सों का चयन कर सकते हैं।
डिप्लोमा धारक छात्र-छात्राओं को तो पहले से ही बीटेक कोर्स में दाखिला दिया जाता रहा है, लेकिन पहली बार विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से उन छात्रों को यह अवसर दिया जा रहा है, जो गणित विषय से बीएससी पास हैं। विवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (यूआइईटी) के बीटेक कोर्स में लेटरल एंट्री के जरिए ये छात्र बीटेक के दूसरे वर्ष में प्रवेश ले सकेंगे।
यानी कि बीएससी व डिप्लोमा धारक विद्यार्थियों के लिए बीटेक का कोर्स तीन वर्ष का होगा। इस साल विश्वविद्यालय बीटेक की केमिकल, मैकेनिकल व मैटीरियल साइंस ब्रांच में दाखिला देगा। इसके लिए कोई आयुसीमा भी नहीं रखी गई है। हालांकि तीनों कोर्सों में सीटों की संख्या और आवेदनपत्रों की संख्या के आधार पर ही चयन किया जाएगा।
तीन ब्रांच में हैं इतनी सीटें : यूआइईटी की निदेशक प्रो. बृष्टि मित्रा ने कहा कि इस वर्ष केवल तीन ब्रांच से बीटेक करने के लिए ही बीएससी पास व डिप्लोमा धारक छात्र-छात्राएं दाखिला ले सकते हैं। मैकेनिकल ब्रांच में पांच सीटें हैं, जबकि बाकी दोनों ब्रांच में 20 से 25 सीटें निर्धारित हैं। प्रवेश प्रक्रिया मेरिट के आधार पर होगी।