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बीएससी ऑनर्स मेधावी लव मैरिज करके बन गया शातिर चोर, यूपी से गाडिय़ां चुरा नेपाल में बेचीं

महाराजपुर के सुभौली तिराहे के पास घेराबंदी कर पुलिस ने दो शातिर वाहन चोरों को पकड़ा है।

By AbhishekEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 11:02 AM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 11:02 AM (IST)
बीएससी ऑनर्स मेधावी लव मैरिज करके बन गया शातिर चोर, यूपी से गाडिय़ां चुरा नेपाल में बेचीं
बीएससी ऑनर्स मेधावी लव मैरिज करके बन गया शातिर चोर, यूपी से गाडिय़ां चुरा नेपाल में बेचीं

कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के शहरों से गाडिय़ां चुराकर नेपाल में बेचने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने महाराजपुर के सुभौली तिराहे पर पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपितों के पास से चोरी की एक बुलेरो कैंपर और चार दो पहिया वाहन बरामद किए हैं। इसमें एक युवक मेधावी छात्र रहा है और बीएससी ऑनर्स है, पूछताछ में उसने बताया कि किस तरह प्रेम विवाह करने के बाद वह जरायम की दुनिया में आ गया।

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कानपुर देहात के रहने वाले हैं शातिर

एसपी देहात प्रद्युम्न कुमार ओझा ने बताया कि बीती रात नर्वल चौराहे की ओर से आ रही एक बुलेरो कैंपर को सुभौली तिराहे पर पकड़ा गया। पुलिस वालों के रोकने पर चालक गाड़ी लेकर भागने लगा, जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। जांच के दौरान गाड़ी में चोरी की तीन मोटरसाइकिल और एक स्कूटी भी बरामद की गई। आरोपितों ने बताया कि एक वाहन लखनऊ एयरपोर्ट व दूसरा गाजीपुर से चुराया था। बुलेरो भी बहराइच से चोरी की गई थी। पकड़े गए आरोपित में कानपुर देहात के शिवली का ऋषभ तिवारी व मैथा रेलवे स्टेशन के पास का रहने वाला नीरज कुमार विश्वकर्मा शामिल है।

यूपी के शहरों से चुराते थे वाहन

शातिर युवकों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, गाजीपुर, गाजियाबाद, नोएडा से वाहन चोरी करते थे। मुख्य रूप से बुलेरो व बुलेरो कैंपर उनके निशाने पर रहती थी। यह वाहन वह नेपाल के बुटवल में ले जाकर बेंचते थे। यहां एक होटल संचालक सईद अहमद को वह कैंपर 50 से 70 हजार रुपये में बेंच देते थे। थानाध्यक्ष महाराजपुर मुकेश कुमार सोलंकी ने बताया कि ऋषभ तिवारी शातिर लुटेरा है। कानपुर देहात के शिवली थाने में उसके खिलाफ लूट व गैंगस्टर के गई मामले दर्ज हैं। पुलिस इनके साथियों की तलाश में जुटी है।

शादी के बाद घर खर्च के लिए बना अपराधी

ऋषभ तिवारी ने पीसीएम ग्रुप से 76 प्रतिशत अंकों के साथ बीएसपी पास की है और मेधावी छात्र रहा है। गांव की एक युवती के साथ उसने प्रेम विवाह किया था और इसके बाद से ही उसके अपराधी जीवन की शुरूआत हुई। घर चलाने के लिए उसने लूट की वारदातों को अंजाम दिया और दो बार जेल भी गया। ऋषभ का एक भाई आरपीएफ की गाड़ी चलाता है, जबकि एक भाई एनडीपीएस में जेल में है। दूसरा आरोपित नीरज भी बीएससी पास है।


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