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फर्जीवाड़ा का पता लगाने के लिए कानपुर के 7000 शिक्षकों के खंगाले जा रहे दस्तावेज

बीएसए कार्यालय में 78 बिंदुओं पर मांगी गईं जानकारियों के आधार पर 5000 बेसिक व 2000 माध्यमिक शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन शीघ्र शुरू कराया जाएगा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 07:14 PM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 07:14 PM (IST)
फर्जीवाड़ा का पता लगाने के लिए कानपुर के 7000 शिक्षकों के खंगाले जा रहे दस्तावेज
फर्जीवाड़ा का पता लगाने के लिए कानपुर के 7000 शिक्षकों के खंगाले जा रहे दस्तावेज

कानपुर, जेएनएन। फर्जी अंकतालिका समेत अन्य दस्तावेजों को लगाकर शिक्षक बनने के मामले में बीएसए कार्यालय द्वारा विभिन्न परिषदीय विद्यालयों के 5000 शिक्षकों से 78 अलग-अलग बिंदुओं पर मांगी गईं जानकारियों का डाटा एकत्र हो गया है। अब बहुत जल्द सत्यापन यानी जांच का काम शुरू किया जाएगा। 

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बीएसए डॉ.पवन तिवारी ने बताया कि उक्त 78 बिंदुओं में, शिक्षकों के नाम, उनकी जन्मतिथि, अनुक्रमांक, स्थानांतरण की स्थिति, पिता का नाम, जन्मस्थान आदि अन्य जानकारियां, शामिल हैैं। उन्होंने बताया कि जांच में फर्जीवाड़ा मिलने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक,माध्यमिक व विवि के कई शिक्षकों द्वारा गलत तरीके से शिक्षक बनने का मामला प्रकाश में आने के बाद उनके शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच के आदेश दिए थे।

वहीं 2000 से अधिक माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की अंकतालिकाएं भी संबंधित विवि को भेजी जा चुकीं हैैं। वहां से जवाब का इंतजार है। डीआइओएस सतीश तिवारी ने बताया कि अगर किसी शिक्षक की अंकतालिका या अन्य शैक्षिक दस्तावेज में गड़बड़ी मिली तो सख्त कार्रवाई होगी।


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