बहन की सास को बांधकर ले जा रहा था भाई, ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस, सच्चाई सुन बोले- ऐसा भी करता है कोई
औरैया में वृद्धा को बाइक में बांधकर ले जा रहे दो युवकों को देखकर ग्रामीणों ने रोक लिया और पुलिस को सूचना देकर बुलाया। छानबीन में सामने आया कि बहन के कहने पर भाई और उसका जीजा उसकी सास को पकड़कर ले जा रहे थे।
औरैया, जागरण संवाददाता। वृद्ध महिला के हाथ-पैर बंधकर बाइक पर ले जाते देखकर देवपुरा के ग्रामीणों ने दो युवकों को रोक लिया और पुलिस बुला ली। वृद्धा को बंधन मुक्त करने के बाद पुलिस ने युवकों से पूछताछ की तो उनकी बाते सुनकर सभी सन्न रह गए। वृद्धा को ले जाने वालों में एक उसकी बहू का भाई निकला तो दूसरा जीजा। पुलिस ने उसके बेटे को बुलाया तो वह रात में न आकर दूसरे दूसरे दिन रविवार की दोपहर थाने पहुंचा। मामले को उच्चाधिकारियों ने संज्ञान में लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
कानपुर देहात जनपद के थाना मंगलपुर के गांव रायपुर कसोलर निवासी 65 वर्षीय सिया देवी का इकलौता पुत्र राकेश है और उसकी शादी फफूंद थाना क्षेत्र के गांव गमनामऊ निवासी रामजीत की पुत्री पूजा देवी से वर्ष 2010 में हुई थी। शादी के बाद से सास-बहु में अक्सर झगड़ा होता था। बेटे का साथ न मिलने पर वृद्धा ने घर के बाहर झोपड़ी डालकर रहना शुरू कर दिया था। मजबूर होकर वह घर के बाहर रहने लगी लेकिन इसके बाद भी उसे परेशान किया जाता रहा।
सिया देवी ने पुलिस को बताया कि बहू पूजा के भाई सुखवीर निवासी गमनामऊ फफूंद व बहनोई दलेल निवासी मिरगांव उसे बांधकर बाइक पर बिठाकर शनिवार शाम कहीं ले जा रहे थे। रास्ते में उसकी हालत देखकर ग्रामीणों ने रोक लिया और उसकी जान बच गई।
थाना प्रभारी ललिता कुमारी का कहना है कि मामला संदिग्ध है। वृद्ध को ले जाने वाले बहु के भाई व बहनोई से पूछताछ की जा रही है। मां के बंधक बनाए जाने की सूचना के बाद भी बेटा राकेश समय पर क्यों नहीं पहुंचा। इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है। अभी तक कोई ठोस साक्ष्य हाथ नहीं लगा है। पीड़िता ने खुद की जान को खतरा बताते हुए न्याय की गुहार लगाई है।