राजस्थान के फलोदी से तय होता था सïट्टे का भाव, बांट रखी थी फ्रेंचाइजी
सरगना की जमानत पर सोमवार को सुनवाई पुलिस कर रही चार्जशीट की तैयारी जितेंद्र के साथी वाराणसी के अजय सिंह की तलाश में दबिश जारी।
By AbhishekEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 11:34 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 10:06 AM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। कानपुर और वाराणसी से गिरफ्तार सटोरिये दुबई और सऊदी अरब के बुकी के संपर्क में थे। विदेश में सट्टे का भाव दुबई हेड आफिस से और देश में रेट राजस्थान के फलोदी शहर से तय होता था। फलोदी में खुलने वाला भाव गिरोह का सरगना जितेंद्र शिवहरे उर्फ जीतू अपने एजेंट और फ्रेंचाइजी लेने वालों को बताता था। इन लोगों ने शहर में एजेंट और जिलों में कमीशन पर सट्टा के लिए लखनऊ, वाराणसी और कानपुर में फ्रेंचाइजी बांट रखी है।
इसका खुलासा आरोपितों से बरामद हुए मोबाइल, लैपटाप और डायरी से हुआ। बर्रा और नौबस्ता से गिरफ्तार सटोरियों की जमानत अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। पुलिस जमानत का विरोध करते हुए चार्जशीट और साक्ष्य के आधार पर धारा बढ़ाने की कोशिश में लगी है। बर्रा पुलिस सरगना जितेंद्र शिवहरे के साथी वाराणसी निवासी अजय सिंह की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है।
विदेश की तरह देश में चला रहा था सट्टा
जितेंद्र शिवहरे ने 1997 से 2006 तक दुबई में रहकर सट्टेबाजी के गुर सीखे और देश में उसी तर्ज पर बड़ा रैकेट खड़ा कर दिया। जहां उसने देश के तीन बुकी समेत नौ सट्टा किंग को साथ मिला लिया जो ऑनलाइन सïट्टे का काम कर रहे थे। इनके सहारे विदेश से सïट्टे की लाइन और एप लेकर सïट्टेबाजी हो रही थी, जिसका जिक्र इनके पास से मिले रजिस्टर में है। जितेंद्र पिछले 13 साल से देश में सट्टा संचालित कर रहा है।
फलोदी विश्व में सट्टेबाजी के लिए कुख्यात
जोधपुर से सटे छोटे से शहर फलोदी विश्व में सट्टेबाजी के लिए कुख्यात है। यहां सेंसेक्स से लेकर बाजार भाव (जीरा, धनिया, मिर्च, गेंहू आदि), क्रिकेट से लेकर फुटबाल, किसकी सरकार आएगी और कौन जीतेगा से लेकर सूखा-बाढ़, हर बात का रेट तय होता है। इसके बाद ही बुकी अपने रेट खोलते हैं। इसके लिए एजेंट देश में ही नहीं, विदेश तक फैले हुए हैं।
अजमेर के बंटी से कनेक्शन तलाश रही पुलिस
अजमेर के सटोरिया विकास खंडेलवाल उर्फ बंटी को शहर पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसके साथी नयन रमेश शाह, विकास व रमेश बिहारी को कोतवाली पुलिस ने 2017 में आइपीएल मैच के दौरान पकड़ा था। बंटी ही नयन शाह की मदद से पिच में छेड़छाड़ कर मैच पर सट्टा लगवाता था। पुलिस की दबिश के दौरान बंटी दुबई भाग गया। पुलिस अब जितेंद्र और बंटी के बीच कनेक्शन खंगाल रही है।
इसका खुलासा आरोपितों से बरामद हुए मोबाइल, लैपटाप और डायरी से हुआ। बर्रा और नौबस्ता से गिरफ्तार सटोरियों की जमानत अर्जी पर सोमवार को सुनवाई होगी। पुलिस जमानत का विरोध करते हुए चार्जशीट और साक्ष्य के आधार पर धारा बढ़ाने की कोशिश में लगी है। बर्रा पुलिस सरगना जितेंद्र शिवहरे के साथी वाराणसी निवासी अजय सिंह की तलाश में उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है।
विदेश की तरह देश में चला रहा था सट्टा
जितेंद्र शिवहरे ने 1997 से 2006 तक दुबई में रहकर सट्टेबाजी के गुर सीखे और देश में उसी तर्ज पर बड़ा रैकेट खड़ा कर दिया। जहां उसने देश के तीन बुकी समेत नौ सट्टा किंग को साथ मिला लिया जो ऑनलाइन सïट्टे का काम कर रहे थे। इनके सहारे विदेश से सïट्टे की लाइन और एप लेकर सïट्टेबाजी हो रही थी, जिसका जिक्र इनके पास से मिले रजिस्टर में है। जितेंद्र पिछले 13 साल से देश में सट्टा संचालित कर रहा है।
फलोदी विश्व में सट्टेबाजी के लिए कुख्यात
जोधपुर से सटे छोटे से शहर फलोदी विश्व में सट्टेबाजी के लिए कुख्यात है। यहां सेंसेक्स से लेकर बाजार भाव (जीरा, धनिया, मिर्च, गेंहू आदि), क्रिकेट से लेकर फुटबाल, किसकी सरकार आएगी और कौन जीतेगा से लेकर सूखा-बाढ़, हर बात का रेट तय होता है। इसके बाद ही बुकी अपने रेट खोलते हैं। इसके लिए एजेंट देश में ही नहीं, विदेश तक फैले हुए हैं।
अजमेर के बंटी से कनेक्शन तलाश रही पुलिस
अजमेर के सटोरिया विकास खंडेलवाल उर्फ बंटी को शहर पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उसके साथी नयन रमेश शाह, विकास व रमेश बिहारी को कोतवाली पुलिस ने 2017 में आइपीएल मैच के दौरान पकड़ा था। बंटी ही नयन शाह की मदद से पिच में छेड़छाड़ कर मैच पर सट्टा लगवाता था। पुलिस की दबिश के दौरान बंटी दुबई भाग गया। पुलिस अब जितेंद्र और बंटी के बीच कनेक्शन खंगाल रही है।
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