भाजपा में फिर फूटी अंतर्कलह और गुटबाजी, निशाने पर एक पदाधिकारी
मंडल अध्यक्ष हुए लामबंद, संगठन की बैठक में दक्षिण जिलाध्यक्ष के सामने उठाया मुद्दा।
By AbhishekEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 04:29 PM (IST)Updated: Sat, 29 Dec 2018 04:58 PM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। आएदिन किसी न किसी विवाद को लेकर चर्चा में आ रही भारतीय जनता पार्टी में अब नए मामले ने तूल पकड़ लिया है। युवा मोर्चा के एक क्षेत्रीय पदाधिकारी पर तरह-तरह के आरोप लगाते हुए कुछ लोग मुखर तो कुछ पर्दे के पीछे से लामबंद हो गए हैं। शुक्रवार को दक्षिण जिला संगठन की बैठक में भी विरोधी सुर फूटे।
भाजयुमो के क्षेत्रीय अध्यक्ष विकास दुबे ने हाल ही में क्षेत्रीय पदाधिकारी नियुक्त किए हैं। दक्षिण क्षेत्र के एक कार्यकर्ता को क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसे लेकर पार्टी के एक खेमे में असंतोष का माहौल है। शुक्रवार को दक्षिण जिला संगठन की बैठक में जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता संगठन के कार्यों पर चर्चा कर रही थीं। तभी कुछ मंडल अध्यक्षों ने क्षेत्रीय पदाधिकारी का मुद्दा उठा दिया।
उनका कहना था कि जो कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में थे, वह अब भाजपा में आ गए। उनके खिलाफ कई थानों में गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह एक थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं। इसके बावजूद उन्हें पदाधिकारी बना दिया गया। यदि उन्हें पद से नहीं हटाया जाता है तो मंडल अध्यक्ष पार्टी के लिए काम नहीं करेंगे। साथ ही प्रदेश नेतृत्व से मामले की शिकायत की बात कही। हालांकि, इससे पहले भी कुछ कार्यकर्ता प्रदेश स्तर पर मामला ले जा चुके हैं, लेकिन हुआ कुछ नहीं। जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता का कहना है कि बैठक में विरोध नहीं किया गया। मंडल अध्यक्षों ने अपनी बात कही थी। सभी हमारे कार्यकर्ता हैं। उनका आपस में मनमुटाव है। हालांकि अनुशासन से जुड़ा मामला है, इसलिए बात प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा दी जाएगी।
भाजयुमो के क्षेत्रीय अध्यक्ष विकास दुबे ने हाल ही में क्षेत्रीय पदाधिकारी नियुक्त किए हैं। दक्षिण क्षेत्र के एक कार्यकर्ता को क्षेत्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसे लेकर पार्टी के एक खेमे में असंतोष का माहौल है। शुक्रवार को दक्षिण जिला संगठन की बैठक में जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता संगठन के कार्यों पर चर्चा कर रही थीं। तभी कुछ मंडल अध्यक्षों ने क्षेत्रीय पदाधिकारी का मुद्दा उठा दिया।
उनका कहना था कि जो कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में थे, वह अब भाजपा में आ गए। उनके खिलाफ कई थानों में गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह एक थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं। इसके बावजूद उन्हें पदाधिकारी बना दिया गया। यदि उन्हें पद से नहीं हटाया जाता है तो मंडल अध्यक्ष पार्टी के लिए काम नहीं करेंगे। साथ ही प्रदेश नेतृत्व से मामले की शिकायत की बात कही। हालांकि, इससे पहले भी कुछ कार्यकर्ता प्रदेश स्तर पर मामला ले जा चुके हैं, लेकिन हुआ कुछ नहीं। जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता का कहना है कि बैठक में विरोध नहीं किया गया। मंडल अध्यक्षों ने अपनी बात कही थी। सभी हमारे कार्यकर्ता हैं। उनका आपस में मनमुटाव है। हालांकि अनुशासन से जुड़ा मामला है, इसलिए बात प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचा दी जाएगी।
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