Cyber Crime News: एक सवाल कर सकता है आपको कंगाल, मोबाइल गेमिंग एप के जरिये ठगों ने फैलाया संजाल
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोत्साहित करने वाले दूसरे देश में बैठ कर उसके बीच में विज्ञापन लगवा लेते हैं युवाओं को इससे बचना चाहिए क्योंकि यह गैरकानूनी है। गेमिंग एप में किसी तरह से रुपयों का लगाना भारी पड़ सकता है।
कानपुर, जेएनएन। युवा वर्ग मोबाइल का सबसे ज्यादा उपयोग करता है और वे मोबाइल पर गेम भी सबसे ज्यादा खेलते हैं। युवाओं के इसी शौक का फायदा अब ठग भी उठाने लग गए हैं। इसलिए सावधान हो जाइए, मोबाइल फोन पर आने वाले संदेश और विज्ञापन का एक सवाल आपको कंगाल बना सकता है। इतना ही नहीं इस सवाल के जाल में फंसना ही न सिर्फ गैर कानूनी है बल्कि ठग तक पहुंचना भी पुलिस के लिए मुश्किल होता है। ठग कौन है और ठगी की रकम कहां गई यह ठगी के पीड़ित तक को ही पता नहीं होता है।
बिटक्वाइन खरीदा क्या..?
पिछले एक सप्ताह से मोबाइल पर गेम खेलने के दौरान बिटक्वाइन खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने वाले विज्ञापन आ रहे हैं। ये विज्ञापन बने तो अंग्रेजी में हैं लेकिन बैक ग्राउंड से जो आवाज आती है वह हिंदी में होती है। विज्ञापन में पूछा जाता है, बिटक्वाइन खरीदा क्या? बिटक्वाइन भारत में गैर कानूनी है। रिजर्व बैंक ने इसे अभी तक मान्यता नहीं दी है। वर्चुअल करंसी होने की वजह से इसका यह पता नहीं होता कि कौन व्यक्ति इसे दे रहा है और रुपये लगाने के बाद भी करंसी वास्तव में है किसके पास है।
100 रुपये में एक बिटक्वाइन जीतने का लालच
मोबाइल गेम के दौरान इधर कुछ दिनों से एक विज्ञापन आ रहा है, इस विज्ञापन की पहली लाइन ही है बिटक्वाइन लिया क्या। हालांकि ये शब्द अंग्रेजी में लिखे हैं। इसमें एप इंस्टाल करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही एक कोड भी दिया जाता है, इससे एप डाउनलोड कर कोड इस्तेमाल करते ही 100 रुपये की कीमत के फ्री बिटक्वाइन मिलने और एक बिटक्वाइन जीतने का लालच भी दिया जाता है।
करीब तीस लाख का है एक बिटक्वाइन
एक बिटक्वाइन की कीमत इस समय 29,71,348 रुपये है। इसी लालच में युवा फंस जाते हैं और एप डाउनलोड कर लेते हैं। इसके बाद वे इसमें रुपये लगाते चले जाते हैं लेकिन इसका भुगतान उन्हें कैसे होगा, यह रास्ता मालूम नहीं होता, यहीं पर उनके साथ ठगी हो जाती है।
भारत में गैरकानूनी है करंसी
आयकर अधिकारियों के मुताबिक बिटक्वाइन दुनिया के तमाम देशों में मान्य है लेकिन भारत में गैरकानूनी है। रिजर्व बैंक ने भी इसे मान्यता नहीं दी है। इस तरह के गेम तो कोई भी चला सकता है और बिटक्वाइन को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने वाले दूसरे देश में बैठ कर उसके बीच में विज्ञापन लगवा लेते हैं। युवाओं को इससे बचना चाहिए क्योंकि यह गैरकानूनी है।