पीएसी जवानों की कर दी थानों में तैनाती, कानपुर के साथ ही आगरा और बरेली में सामने आए मामले
आइजी पीएसी ने कहा गलत वापस पुलिस लाइन भेजे जाएंगे। कई जिलों में पीएसी जवानों को नियमों के विपरीत जाकर थानों में तैनात कर दिया गया। विशेषकर कानपुर नगर आगरा और बरेली में ऐसा होने की बात सामने आ चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। कानून व्यवस्था और गनर ड्यूटी के लिए जिला पुलिस को दिए गए पीएसी जवानों को थाने में तैनाती देने के कई मामले सामने आए हैं। कानपुर नगर के साथ ही आगरा व बरेली में भी बड़ी संख्या में ये अनियमितता पता चली है। सोमवार को एडीजी ने इस मामले की सूचना आइजी पीएसी को दी, जिसके बाद पीएसी मुख्यालय सतर्क हुआ। आइजी पीएसी ने इस तरह की तैनाती को गलत बताया है।
...तो इसलिए दिए गए थे अतिरिक्त जवान
पिछले दिनों पीएसी से पांच हजार जवान सिविल पुलिस को दिए गए थे। इसमें चार हजार सिपाही व एक हजार हेड कांस्टेबल थे। पुलिस मुख्यालय ने यह फैसला इसलिए लिया था, क्योंकि थानों में पुलिस फोर्स की कमी थी। लाइन में भी तैनात फोर्स को विभिन्न प्रकार की ड्यूटी के साथ ही गनर ड्यूटी में भी लगाया जाता था। इन हालातों में हर जिले को पीएसी से अतिरिक्त जवान दिए गए थे। आदेश था कि इन्हें पुलिस लाइन में रखकर कानून व्यवस्था और गनर ड्यूटी में लगाया जाए। मगर, ऐसा हुआ नहीं। कई जिलों में पीएसी जवानों को नियमों के विपरीत जाकर थानों में तैनात कर दिया गया। विशेषकर कानपुर नगर, आगरा और बरेली में ऐसा होने की बात सामने आ चुकी है। कानपुर नगर में तो पूर्व के एक एसएसपी ने एलआइयू तक में पीएसी जवान की तैनाती कर दी थी। वहीं, आगरा व बरेली में यह संख्या दर्जनों में है।
इनका ये है कहना
आइजी पीएसी मुख्यालय आशुतोष कुमार ने बताया कि उन्हें एडीजी कानपुर की ओर से इस संबंध में जानकारी दी गई है। यह नियमों के विपरीत है। पीएसी जवानों की तैनाती थानों में नहीं की जा सकती है। वह इस मामले में मंगलवार को आदेश जारी कर देंगे। पीएसी के जवानों को पुलिस लाइन में ही रखकर उनकी सेवाएं ली जाएं।