कानपुर में दो वर्ष बाद बाहर निकलकर भगवान जगन्नाथ देंगे भक्तों को दर्शन, जल्द पूरा होगा रथ का निर्माण
कानपुर में दो वर्ष बाद प्राचीन भगवान श्री जगन्नाथ जी रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यात्रा के लिए रथ का निर्माण किया जा रहा है। प्रथम दिवस पर बाई जी मंदिर और दूसरे दिन बिरजी भगत से यात्रा निकलेगी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर शहर में प्राचीन श्री जगन्नाथ जी रथयात्रा का आयोजन पिछले 250 वर्षों से किया जा रहा है। दो वर्षों तक कोरोना संक्रमण की बंदिशों के कारण भगवान की प्राचीन रथयात्रा का आयोजन नहीं किया गया था। इस बार भगवान की रथ यात्रा का आयोजन भव्य रूप से करने की तैयारी की जा रही है।
विशालकाय रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भ्राता बलभद्र भक्तों को दर्शन देंगे। एक जुलाई को प्रथम दिवस पर बाईजी मंदिर और दो जुलाई को द्वितीय दिवस पर बिरजी भगत और उमा जगदीश मंदिर से रथ यात्रा निकलेगी।
रथयात्रा कमेटी के महामंत्री ज्ञान प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इस बार भव्य रूप से भगवान की रथ यात्रा का आयोजन पुरी के भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की तर्ज पर किया जाएगा। दो वर्ष बाद भगवान भक्तों को दर्शन देंगे। इसके लिए दोनों रथों को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है।
रथों पर पुष्प व देवी-देवताओं की आकृतियां उकेरी जा रही है। जल्द ही रथ का कार्य पूरा होने के बाद उसे सजाया जाएगा। इसमें भगवान की प्राचीन प्रतिमाएं रखकर शहर का भ्रमण कराया जाएगा। रथ यात्रा में इस बार विभिन्न प्रकार की मनोहारी झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। भक्त पुष्पवर्षा कर भगवान का स्वागत करेंगे और दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। रथ यात्रा आयोजन को अंतिम तैयारी दी जा रही है।
वहीं, कमेटी और पनकी धाम के महंतों के साथ संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने बैठक कर प्राचीन रथयात्रा को धूमधाम से मनाने की योजना बनाई। इसमें तय किया गया कि रथयात्रा को भव्य स्वरूप प्रदान करने और उसकी ऐतिहासिकता को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा।