कानपुर में 32 लाख की चाेरी का मामला, डिजिटल लाकर लेकर फरार अनिकेत की तलाश के लिए सीडीआर खंगाल रही पुलिस
नजीराबाद के अशोक नगर में ब्यूटी पार्लर और स्पा संचालक के घर से 32 लाख की चोरी के मामले में नौकर निक्की पकड़ा गया था। वहीं डिजिटल लॉकर लेकर फरार भाई अनिकेत को पुलिस CDR की मदद से तलाशने में जुटी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नजीराबाद के पाश इलाके अशोक नगर में ब्यूटीपार्लर व स्पा संचालिका के घर हुई 32 लाख की चोरी के मामले में पुलिस को अब भी फरार आरोपी के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है। आरोपी ने भाई के पकड़े जाने की जानकारी मिलते ही उसने फोन स्विचआफ कर लिया था। पुलिस उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाकर संपर्क वाले नंबरों पर नजर बनाए हुए है।
पति दिल्ली में चलाते हैं हास्टल, पत्नी साहिना चलाती हैं पार्लर
दिल्ली के मालवीय नगर में पीजी हास्टल चलाने वाले विक्रम सिंह यादव की पत्नी साहिना अशोक नगर में गुरविंद सिंह के फ्लैट में किराए पर रहती हैं। साहिना जीटी रोड किनारे आइडीबीआइ बैंक के पास ब्यूटीपार्लर और स्पा चलाती हैं। बीते शनिवार की रात वह जब पार्लर से घर पहुंची तो फ्लैट का मुख्यद्वार और आगे वाला कमरे का दरवाजा खुला पड़ा था और ताले गायब थे। चोरों ने अलमारी और लाकर तोड़कर वहां से 15 हजार की नकदी और डिजिटल लाकर में रखी 17 हजार की नकदी लाकर समेत चोरी कर ले गए थे। उन्होंने टिफिन लेने के लिए घर आने वाले पार्लर कर्मचारी ब्रह्मनगर निवासी निक्की पर शक जताया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी।
फुटेज खंगालने पर निक्की झोले ले जाते हुए दिखा
सीसीटीवी फुटेज में निक्की दो झोले लेकर जाते हुए कैद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने उसे धर- दबोचा कड़ाई से उससे पूछताछ करने पर उसने चोरी करने की बात स्वीकार की। उसकी निशानदेही पर घर पर तलाशी ली तो एक पर्स में 20 हजार नकद , क्रेडिट, डेबिट कार्ड, ज्वैलरी, फोटो, पत्नी वंदना के पास 27 हजार से अधिक की नकदी आदि बरामद हुई थी। जिस पर पुलिस ने गत 26 जनवरी को आरोपित दंपती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में दूसरे आरोपी निक्की के भाई अनिकेत की भूमिका भी सामने आयी थी, लेकिन वह फरार चल रहा था।
खंगाली जा रही है सीडीआर,जल्द होगा सलाखों के पीछे
थाना प्रभारी नजीराबाद हर प्रसाद अहिरवार ने बताया कि निक्की के पकड़े जाने के बाद आरोपित अनिकेत ने अपना फोन बंद कर दिया था। जिसके बाद उसकी नई लोकेशन पता नहीं चला है। धर पकड़ के लिए सर्विलांस के साथ पुलिस की दो टीमें लगाई हैं। वहीं सीडीआर के जरिए करीबियों के नंबर निकाल कर उन पर नजर भी रखी जा रही है। आरोपित के पकड़े जाने के बाद ही डिजिटल लाकर के बारे में कुछ पता चल सकेगा।