मनरेगा घोटाले में बीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि
-जागरण प्रभाव -संविदा कर्मियों की सेवा समाप्ति का निर्णय लेगी कमेटी सेवानिवृत्त एडीओ की पेंशन से होगी रिकवरी -दैनिक जागरण ने उजागर किया तो अपनों को लाभ पहुंचाने का खेल प्रशासन की जांच में सही पाए गए आरोप
संवाद सहयोगी, घाटमपुर : भीतरगांव विकास खंड में हुए मनरेगा घोटाले में जिलाधिकारी ने तत्कालीन खंड विकास अधिकारी सौरभ बरनवाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। इसके अलावा घोटाले में लिप्त संविदा कर्मियों की सेवा समाप्ति के लिए कमेटी भी गठित की गई है जो जांच में उन्हें सुनवाई का एक अवसर देकर कार्रवाई करेगी। लेखाकार को अंतिम सुनवाई व सेवानिवृत्त एडीओ (आइएसबी) के वेतन से रिकवरी का नोटिस जारी किया गया है।
भीतरगांव विकास खंड के कंप्यूटर आपरेटर अवनीश कुशवाहा की मां, चाची को जॉब कार्डधारक दर्शा कैटल शेड आवंटन, भाई और चाचा के खेतों में मुख्यमंत्री वृक्ष धन योजना के तहत पौधरोपण, पत्नी, मां और छोटे भाई की पत्नी के नाम से स्वयं सहायता समूह गठित कर सीआइबी (सिटीजन इनफार्मेशन बोर्ड) आपूर्ति करके लाखों रुपये के गोलमोल की खबरें दैनिक जागरण ने सिलसिलेवार प्रकाशित की थीं। इसका संज्ञान लेकर प्रशासन ने जिला विकास अधिकारी व उपायुक्त मनरेगा की टीम गठित कर जांच कराई तो सभी आरोप सही पाए गए। इसके बाद जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने 17 अक्टूबर को ग्राम पंचायत अधिकारी सुरेंद्र कुमार गौतम को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ अपात्रों को देने व अभिलेखों का रखरखाव ठीक न रखने के आरोप में निलंबित कर दिया था। इधर जिलाधिकारी से स्वीकृति के बाद सीडीओ डा. महेंद्र कुमार ने तत्कालीन खंड विकास अधिकारी सौरभ बरनवाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। उन्होंने बताया कि दोषी पाए गए एपीओ (मनरेगा) कंप्यूटर आपरेटर अवनीश कुशवाहा, तकनीकी सहायक जितेंद्र सिंह (तीनों संविदा कर्मी) की सेवा समाप्ति का निर्णय डीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी लेगी।
जिला विकास अधिकारी जेपी गौतम ने बताया कि घोटाले के दौरान कार्यरत रहे एडीओ (आइएसबी) लक्ष्मी नारायण सोनी की पेंशन से रिकवरी एवं लेखाकार अजय मिश्र को अंतिम सुनवाई की नोटिस जारी की गई है।