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गंगा में कूदी बीसीए की छात्रा, सुसाइड नोट में किया न भूलने वाली गलती का जिक्र Kanpur News

माता-पिता की मौत के बाद चार साल से मकड़ीखेड़ा में रहकर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 03:34 PM (IST)Updated: Mon, 02 Sep 2019 03:34 PM (IST)
गंगा में कूदी बीसीए की छात्रा, सुसाइड नोट में किया न भूलने वाली गलती का जिक्र Kanpur News
गंगा में कूदी बीसीए की छात्रा, सुसाइड नोट में किया न भूलने वाली गलती का जिक्र Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में बीसीए की छात्रा ने सोमवार की सुबह बैराज पहुंचकर गंगा में छलांग लगा दी। बैराज पर पहुंची पुलिस को छात्रा के बैग से मोबाइल फोन और सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने एक गलती का जिक्र किया है। परिजनों को सूचना देने के बाद पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों से गंगा नदी में उसकी तलाश शुरू कराई है।

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फोन से बात करते सुन दीदी-जीजा ने डांटा था

मूलरूप से उन्नाव के हैदरपुर गांव निवासी स्व. आलोक कटियार की 20 वर्षीय बेटी दीक्षा कटियार छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में बीसीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। फुफेरे भाई कपिल ने बताया कि मामा और मामी की मौत के बाद करीब चार साल से दीक्षा मकड़ीखेड़ा में रह रही थी। इसके बाद बीते दो माह से वह बड़ी बहन के घर पर कल्याणपुर में रहने लगी थी। रविवार को जीजा शिवम ने दीक्षा को किसी से फोन पर बात करते हुए देख लिया था, जिसपर दीदी और जीजा ने दीक्षा को डांटा था। इससे नाराज होकर रात में वह बुआ के घर आ गई थी। सोमवार की सुबह दीक्षा घर से विश्वविद्यालय जाने की बात कहकर बैग लेकर निकल गई थी।

बैराज पर पहुंचकर गंगा में लगा दी छलांग

विश्वविद्यालय न जाकर दीक्षा सीधे गंगा बैराज पर पहुंच गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुछ देर दीक्षा अकेले रेलिंग के पास खड़ी रही। इसके बाद उसने बैग किनारे रख दिया और गंगा नदी में छलांग लगा दी। आसपास मौजूद लोग शोर मचाते हुए दौड़े। गंगा किनारे मौजूद नाविक भी भी शोर सुनकर बचाने के लिए दौड़ पड़े। इससे पहले दीक्षा गंगा की लहरों में समा गई। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई और दीक्षा बैग कब्जे में लिया। बैग में मोबाइल फोन और सुसाइड नोट बरामद हुआ। मोबाइल फोन से परिजनों को नंबर मिलने पर सूचना दी। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से दीक्षा की तलाश शुरू कराई है।

सुसाइड नोट में लिखा ये सब

पुलिस के अनुसार दीक्षा ने सुसाइड नोट में अपने दोस्तों और परिवार वालों के लिए लिखा है। उसने लिखा है- उसके अंदर जिंदगी जीने की हिम्मत नहीं बची है, उससे एक गलती हो गई है, जो वह कभी भूल नहीं सकती है। इस वजह से वह पढ़ाई भी नहीं कर पाएगी, फालतू में घर वालों के पैसे भी बर्बाद होंगे। मैं आप लोगों पर और बोझ नहीं बनना चाहती हूं। सुसाइड नोट में गलती के जिक्र को लेकर लोगों में चर्चाएं होती रहीं। पुलिस अब परिजनों से भी पूछताछ कर रही है।


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