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यूएस, यूके व जर्मनी के नवीन शोध व तकनीक के बारे में जानेंगे यूपीटीटीआइ के शिक्षक Kanpur News

आइआइटी एनआइटी व देश के दूसरे तकनीकी संस्थानों के वैज्ञानिक व प्रोफेसर नवीन शोधों के बारे में बताएंगे।

By Edited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 01:30 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 08:38 AM (IST)
यूएस, यूके व जर्मनी के नवीन शोध व तकनीक के बारे में जानेंगे यूपीटीटीआइ के शिक्षक Kanpur News
यूएस, यूके व जर्मनी के नवीन शोध व तकनीक के बारे में जानेंगे यूपीटीटीआइ के शिक्षक Kanpur News

कानपुर, [विक्सन सिक्रोडिय़ा]। उत्तर प्रदेश वस्त्र एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआइ) के भौतिक, रसायन व गणित विषयों के शिक्षक दुनिया में चल रही नवीन शोध व तकनीक के बारे में जानेंगे। यूएस, यूके व जर्मनी आदि देशों में बेसिक साइंस के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान से परिचित कराने के लिए पहली बार यूपीटीटीआइ में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। इसमें आइआइटी, एनआइटी व देश के दूसरे तकनीकी संस्थानों के वैज्ञानिक व प्रोफेसर नवीन शोधों के बारे में बताएंगे।

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यूपीटीटीआइ में संचालित टेक्सटाइल इंजीनियरिंग, टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी, मैनमेड फाइबर टेक्नोलॉजी व टेक्सटाइल केमिस्ट्री केपाठ्यक्रमों में अपग्रेडेशन किया गया है। इन्हें सरलतापूर्वक पढ़ाने के लिए टेक्सटाइल संबंधित शिक्षकों को अभी तक प्रशिक्षण दिया जाता रहा है। संस्थान के लोगों को कहना है कि टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी का एक बड़ा भाग भौतिक, रसायन व गणित विषयों से जुड़ा है। निदेशक प्रो. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड ऑफ स्टडीज में इस पर मंथन के बाद बेसिक साइंस के कोर्स के शिक्षकों को भी प्रशिक्षण देने की जरूरत महसूस की गई। इससे वस्त्र प्रौद्योगिकी के अंतर्गत होने वाले शोध कार्यो के लिए भौतिकी व रसायन विज्ञान का सौ फीसद उपयोग किया जा सके।

इन क्षेत्रों में कर रहे काम

-स्मार्ट टेक्सटाइल

-टेक्सटाइल प्रोसेसिंग

-होजरी

-नैनो क्लॉथ

-नैनो फाइबर

-मेडिकल टेक्सटाइल

-डिफेंस टेक्सटाइल

कठिन प्रश्नों से रूबरू होंगे छात्र

यूपीटीटीआइ इस वर्ष से प्रश्न पत्रों का प्रारूप भी बदलने जा रहा है। छात्रों के लिए इसमें प्रश्नों के विकल्प कम होंगे। परीक्षा पास करने के लिए उन्हें पूरा कोर्स पढऩा होगा। सभी अध्याय से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें एक भाग कठिन प्रश्नों का, एक औसत व एक सामान्य प्रश्नों का होगा। दिसंबर में होने वाली सत्र परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र यूपीटीटीआइ प्रोफेसरों के अलावा बाहरी विषय विशेषज्ञ मिलकर सेट करेंगे।


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