बांदा में किसान डीएम से बोले- साहब दबंग हमारे खेतों पर जबरन बना रहे रास्ता
खादान तक रास्ते के लिए ठेकेदार व उनके गुर्गे किसानों के खेतों से जबरन रास्ता बना रहे हैं। विरोध करने पर धमकी व मारपीट की जा रही है। मरौली गांव के कई पीडि़त किसान डीएम के यहां फरियाद कर रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। जिले में मौरंग खदानों में ठेकेदार खनन की तैयारी कर रहे हैं। नवंबर माह से अधिकांश खदानें शुरू हो जाएंगी। खादान तक रास्ते के लिए ठेकेदार व उनके गुर्गे किसानों के खेतों से जबरन रास्ता बना रहे हैं। विरोध करने पर धमकी व मारपीट की जा रही है। मरौली गांव के कई पीडि़त किसान डीएम के यहां फरियाद कर रहे हैं। उनका कहना है कि अनुबंध के बाद भी उन्हें तय राशि नहीं दी जा रही है।
केन नदी किनारे स्थित बड़ोखर खुर्द ब्लाक के ग्राम मरौली के किसानों पर इन दिनों दबंग बालू ठेकेदार कहर टूट रहा है। ठेकेदार नदी से मौरंग निकालने के लिए सड़क तक रास्ता बना रहे हैं। इसके लिए गांव के किसानों के खेतों का प्रयोग किया जा रहा है। किसान मातादीन वर्मा, रामकरण यादव, गांव के चौकीदार कृष्णपाल खंगार, बुजुर्ग कुंजबिहारी यादव, विचित्र सिंह,मोहन सिंह ,रणविजय सिंह आदि का कहना है कि पिपरी गांव का दबंग ठेकेदार व फतेहपुर के दतौली निवासी एक गुर्गा व गांव की जिला पंचायत सदस्य के पति किसानों को डरा-धमका रहे हैं। किसान जोगेंद्र निषाद का कहना है कि ठेकेदार ने एक गाटा संख्या की जगह पूरी सत्रह बीघा खेती रजिस्ट्रार बांदा के यहां लीज (किरायानामा) तीन साल को कराया गया। उसे 20 हजार रुपये दिए गए हैं, जबकि 4 लाख 17 हजार होता है।
इनका ये है कहना
मरौली के करीब 150 किसानों का बिना खदान पट्टेधारक हुए एयर जीएसटी फर्म न होते हुए भी सदर रजिस्ट्रार के यहां अनुबंध हुआ। उन्हें तय रकम का भुगतान नहीं किया गया है। खदान के लिए खेतिहर भूमि को बर्बाद कर रस्ता निर्माण से उनका लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। गांव की सड़कें खराब हो रही हैं।
-आशीष सागर, आरटीआई कार्यकर्ता
इनका ये है कहना
किसानों से मिल रही शिकायतों की जांच कराई जाएगी। यदि उन्हें धमकाया या परेशान किया गया तो ठेकेदार व उनके गुर्गों पर कार्रवाई की जाएगी।
-आनंद सिंह, डीएम, बांदा