खाने की गलत आदतें और तनाव बढ़ा रहा युवाओं का ब्लड प्रेशर
कानपुर फिजीशियन फोरम की गोष्ठी में चिकित्सकों ने दी जानकारी कहा कि बीमारी से बचने के लिए नियमित व्यायाम के साथ पौष्टिक भोजन व नशे से दूरी जरूरी।
By AbhishekEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 03:43 PM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 10:51 AM (IST)
कानपुर, जागरण संवाददाता। खाने की गलत आदतें और तनाव के कारण युवाओं में ब्लड प्रेशर (बीपी) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे युवा आगे चलकर दिल की बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। इससे बचाव के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित एवं पौष्टिक भोजन तथा नशे से दूरी जरूरी है। ये बातें कानपुर फिजीशियन फोरम की हाई ब्लड प्रेशर पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के एलटी-3 में हुई गोष्ठी में मुख्य वक्ता कार्डियोलाजिस्ट डॉ. अमित कुमार एवं डॉ. नीरज वरयानी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि कम समय में अधिक हासिल करने की महत्वाकांक्षा से युवा तनाव में हैं। देर रात तक जग कर काम करते हैं, थकान मिटाने के लिए धूमपान और अल्कोहल का सेवन करते हैं। वहीं वसा युक्त भोजन और फास्टफूड का अधिक सेवन कम उम्र में हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) की चपेट में ला रहा है। ऐसे युवाओं को ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए रोज दवा की निश्चित डोज लेनी चाहिए। मौसम के हिसाब से डोज बदलती है। इसके लिए समय समय पर ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराएं।
कार्यकम में ब्लड प्रेशर की नई गाइडलाइंस जारी की। वहीं मेडिसिन की विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरी ने बीपी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इसके इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया। इससे पहले गोष्ठी का शुभारंभ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी ने किया। अध्यक्षता डॉ. डीके सिन्हा, जबकि संचालन डॉ. कुनाल सहाय ने किया। गोष्ठी में पूर्व अध्यक्ष डॉ. आर सहाय, डॉ. जेएस कुशवाहा, डॉ. पीसी बाजपेई, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. पी रामचंद्रानी, डॉ. पीसी सिंह व डॉ. प्रमोद कुमार मौजूद रहे।
आराम करने के बाद नापें बीपी
ब्लड प्रेशर के मरीज आराम करने के बाद ही अपना ब्लड प्रेशर नापें। युवा लगातार बीपी से परेशान हो रहे हैं। अब लोग घर पर ही बीपी नापते हैं, लेकिन नापने का सही तरीका नहीं जानते हैं। घर पर या डॉक्टर के पास जाएं तो तुरंत बीपी न नापें। पांच मिनट आराम के बाद ही बीपी लें। दिन में तीन बार बीपी मापना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कम समय में अधिक हासिल करने की महत्वाकांक्षा से युवा तनाव में हैं। देर रात तक जग कर काम करते हैं, थकान मिटाने के लिए धूमपान और अल्कोहल का सेवन करते हैं। वहीं वसा युक्त भोजन और फास्टफूड का अधिक सेवन कम उम्र में हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) की चपेट में ला रहा है। ऐसे युवाओं को ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए रोज दवा की निश्चित डोज लेनी चाहिए। मौसम के हिसाब से डोज बदलती है। इसके लिए समय समय पर ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराएं।
कार्यकम में ब्लड प्रेशर की नई गाइडलाइंस जारी की। वहीं मेडिसिन की विभागाध्यक्ष प्रो. रिचा गिरी ने बीपी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इसके इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया। इससे पहले गोष्ठी का शुभारंभ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी ने किया। अध्यक्षता डॉ. डीके सिन्हा, जबकि संचालन डॉ. कुनाल सहाय ने किया। गोष्ठी में पूर्व अध्यक्ष डॉ. आर सहाय, डॉ. जेएस कुशवाहा, डॉ. पीसी बाजपेई, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. पी रामचंद्रानी, डॉ. पीसी सिंह व डॉ. प्रमोद कुमार मौजूद रहे।
आराम करने के बाद नापें बीपी
ब्लड प्रेशर के मरीज आराम करने के बाद ही अपना ब्लड प्रेशर नापें। युवा लगातार बीपी से परेशान हो रहे हैं। अब लोग घर पर ही बीपी नापते हैं, लेकिन नापने का सही तरीका नहीं जानते हैं। घर पर या डॉक्टर के पास जाएं तो तुरंत बीपी न नापें। पांच मिनट आराम के बाद ही बीपी लें। दिन में तीन बार बीपी मापना चाहिए।
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