वोटर लिस्ट में आपका नाम है या नहीं, बताएगा एसएमएस, लांच होगा टोल फ्री नंबर
शतप्रतिशत मतदान के लिए जन जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है। अभियान से युवाओं को जोड़ें, रैलियां निकालें, विभिन्न प्रतियोगिताएं कराएं।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर, जेएनएन। लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आते देखकर तैयारियों ने भी तेजी पकड़ ली है। मतदाताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तरह तरह की तैयारी की जा रही है। अब वोटर एक एसएमएस के जरिये पता कर सकेंगे कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं। इसके लिए निर्वाचन आयोग टोल फ्री नंबर जारी करने जा रहा है।
25 जनवरी को नेशनल वोटर्स-डे
मतदाता सूची में आपका नाम है, इसकी जानकारी अब एसएमएस से हो सकेगी। 25 जनवरी को नेशनल वोटर्स-डे के मौके पर टोल फ्री नंबर 1950 को लॉन्च किया जाएगा। इस नंबर पर ईपिक नंबर डालने पर नाम, पता और बूथ की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
शत प्रतिशत मतदान के लिए जागरूकता अभियान चलाएं
सीएसए कृषि विवि परिसर में आयोजित बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि शतप्रतिशत मतदान के लिए जन जागरुकता अभियान चलाने की जरूरत है। अभियान से युवाओं को जोड़ें, रैलियां निकालें, विभिन्न प्रतियोगिताएं कराएं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए दबंगों को पाबंद किया जाए। उन्हें बताया गया कि कानपुर नगर जिले में 40,000 लोगों को मतदाता पहचान पत्र वितरित किए जाने हैं जिन्हे प्रिंट कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में प्रत्येक पात्र व्यक्ति का नाम शामिल हो जाना चाहिए।
अंतिम दिन तक कर सकते बदलाव को आवेदन
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची में बदलाव नॉमिनेशन के आखिरी दिन तक कर सकते हैं। मतदाता बनने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन कभी भी कर सकते हैं। 31 जनवरी को मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद फॉर्म-6 भरने की प्रक्रिया फिर शुरू होगी।
प्रथम मतदाता जोडऩे को होगी रैली
उन्होंने कहा कि तीन माह से चल रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान के दौरान लगभग 1.40 लाख प्रथम मतदाता को जोड़ा गया है। इनमें मतदान की जागरुकता के लिए रैली का आयोजन होगा। मोहल्लों में मतदाता कमेटी, चुनावी पाठशाला, सिविल डिफेंस की बैठक, एनसीसी, वोटर्स क्लब की मदद से लोगों में मतदान की जागरुकता फैलायी जाएगी।
मीटिंग छोड़ चले गए तमाम कर्मचारी
निर्वाचन कार्यो में लगे कर्मचारियों की चुनाव को लेकर कितनी निष्ठा है, इसकी पोल खुल गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जैसे ही संबोधन शुरू किया तभी तमाम कर्मचारी कमरे से बाहर निकल गए। इस स्थिति को देख मंच पर मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कर्मचारियों को जाता देख पहले तो उपजिला निर्वाचन अधिकारी केहरि सिंह ने रोका। उनके कहने के बाद भी जब कर्मचारी नहीं रुके तो मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वर लू ने नाराजगी व्यक्त की। बोले, कर्मचारियों में नकारात्मक विचार ज्यादा हैं। इन्हे बदलने की जरुरत है। बच्चों से ज्यादा बड़ों के विचार अस्थिर होने लगे हैं।