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औरैया हादसा: सामने आया अमानवीय बर्ताव, शवों के साथ डीसीएम से घायलों को भी भेजा झारखंड

Auraiya Accident Updates औरैया प्रशासन के इस बर्ताव पर झारखंड के मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके आपत्ति जताई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 08:57 AM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 11:16 AM (IST)
औरैया हादसा: सामने आया अमानवीय बर्ताव, शवों के साथ डीसीएम से घायलों को भी भेजा झारखंड
औरैया हादसा: सामने आया अमानवीय बर्ताव, शवों के साथ डीसीएम से घायलों को भी भेजा झारखंड

औरैया, [हिमांशु गुप्ता]। [Auraiya Accident Updates] कोरोना महामारी के बीच घर लोटने की हड़बड़ी में जान की बाजी लगाने वाले मजदूरों की बदकिस्मती पीछा नहीं छोड़ रही। शुक्रवार रात ट्राला और डीसीएम की टक्कर में मारे गए 26 मजदूरों और 42 घायलों में से कई के साथ हृदयविदारक बर्ताव हुआ। रविवार सुबह प्रशासन ने झारखंड के 12 मजदूरों के शवों को तीन डीसीएम में भिजवाया तो, लेकिन वाजिब इंतजाम के बिना। कुछ शवों को बर्फ नसीब हुई, बाकी को वो भी नहीं। 40 डिग्री सेल्सियस की तपिश के बीच काली पॉलीथीन में सब लपेट दिए गए। इसी में 10 घायलों को बैठा दिया गया। बिना यह सोचे कि 27-28 घंटे पुराने शवों के बीच ये 800 किलोमीटर लंबा सफर कैसे तय करेंगे। इस तौर-तरीके पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट करके आपत्ति भी जताई, लेकिन सब बेकार। खाने-पीने का इंतजाम भी नहीं किया गया और घर पहुंचने पर कोरोना जांच कराने की सलाह दे दी गई।

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इटावा-लखनऊ हाईवे पर औरैया शहर से करीब छह किमी पहले शिवजी ढाबा पर यह हादसा शुक्रवार रात हुआ था। तब, राजस्थान से चूना लेकर पटना जा रहे ट्राला ने गाजियाबाद से सागर (मप्र) के लिए बुक कराकर लाई गई डीसीएम को टक्कर मारी थी। इसमें 26 की जान गई ओर 42 घायल हुए थे। मृतकों में सर्वाधिक 12 झारखंड, छह प. बंगाल, चार बिहार, तीन उप्र व एक मप्र के थे। प्रशासन ने शवों को तीन डीसीएम से बोकारो भिजवाने की व्यवस्था कराई। एक में पांच, दूसरी में चार व तीसरी में तीन शव रखे गए। क्वारंटाइन 10 घायलों को भी शवों संग बैठा दिया गया। घायल विकास कालिंद्री ने देनिक जागरण से दर्द साझा किया। औरैया डीएम अभिषेक सिंह का कहना है कि झारखंड के सबसे ज्यादा शव थे, इसलिए डीसीएम में उचित व्यवस्था करके भिजवाने का निर्देश दिया था। बाकी जगह एंबुलेंस से शव भेजे गए थे। शवों संग घायल क्यों बैठाए, एआरटीओ से पूछेंगे।

दारोगा और सात सिपाही निलंबित

एसपी सुनीति ने चेकिंग में लापरवाही के लिए उपनिरीक्षक रामजीत सिंह, मुख्य आरक्षी पुनूलाल व शिवपाल, आरक्षी विजय सिंह, प्रवीण कुमार, शेखर, सिद्धार्थ व अंशू को निलंबित कर दिया है। एएसपी ने जांच रिपोर्ट में कहा था कि थाना अजीतमल स्थित अनंतराम टोल प्लाजा से मजदूर मालवाहनों से आए। पुलिस टीम ने कोई ध्यान नहीं दिया। एसपी ने रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दे दी है। वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर इंदिरापुरम, कोसीकलां व फतेहपुर सीकरी थाने के इंस्पेक्टर पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं।

झारखंड के मुख्यमंत्री  [Hemant Soren] ने कही ये बात

प्रवासी कामगार के प्रति यह अमानवीय बर्ताव संभवत: रोका जा सकता है। मैं यूपी सरकार व नीतीश कुमार के ऑफिस से अनुरोध करता हूं किझारखंड बॉर्डर तक के लिए समुचित ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करें और हम उनके घर बोकारो के लिए उचित गरिमापूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। -हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री झारखंड

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