अब न पैदल चल सकेंगे, न भारी वाहनों पर सफर कर सकेंगे प्रवासी कामगार, सरकार ने लगाई पाबंदी
औरैया हादसे के बाद शासन के निर्देशों के बारे में एडीजी ने जानकारी दी है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोनावायरस और लॉकडाउन के चलते गैर प्रांतों से आने वाले प्रवासी कामगार अब न तो सड़क पर पैदल चलेंगे और न ही भारी वाहनों में सवार होकर सफर कर सकेंगे। प्रवासी कामगारों का पलायन रोकने के लिए इस आशय के निर्देश जारी करते हुए अब सरकार ने उन्हें रोडवेज बसों और ट्रेनों से घर तक भेजने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
झांसी और मथुरा की सीमा सील
औरैया घटनास्थल से लौटने के बाद एडीजी जय नरायन सिंह ने शासन के दिशा निर्देशों से अवगत कराया है। उन्होंने बताया है कि ट्रक, डीसीएम व अन्य वाहनों से सफर कर रहे मजदूरों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। प्रदेश में मुख्य रूप से झांसी और मथुरा के रास्ते प्रवासी मजदूरों का आवागमन हो रहा है। दोनों ही जिलों की सीमाओं से अब ऐसे वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे, जिसमें प्रवासी कामगार सवार होंगे या सफर कर रहे होंगे।
झांसी बार्डर पर रोके गए 15 हजार कामगार
उन्होंने बताया कि झांसी में बड़ी संख्या में मजदूरों को रोक लिया गया है और गंतव्य तक भेजने के लिए तत्काल दो ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। एक ट्रेन शनिवार शाम छह बजे और दूसरी ट्रेन रात साढ़े दस बजे चलेगी, झांसी में करीब 15 हजार मजदूर जमा हो गए हैं। ऐसे में शासन से कहा गया है कि झांसी से रोजाना छह श्रमिक ट्रेनों का संचालन कराया जाए। नौ से दस हजार मजदूर ट्रेनों और बाकी को बसों द्वारा लाया जाएगा। इसके लिए 450 रोडवेज बसों की मांग की गई है। बड़ी संख्या में पैदल जाने वालों को विभिन्न जनपदों की सीमाओं पर रोक दिया गया है, उन्हें बसों से आगे भेजा जाएगा।