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Viral Audio ने कानपुर पुलिस महकमे में मचाई खलबली, अब फंसे ये दारोगा Kanpur News

पीडि़त पक्ष के एक युवक ने मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो बनाया है।

By AbhishekEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 02:37 PM (IST)Updated: Mon, 16 Sep 2019 02:37 PM (IST)
Viral Audio ने कानपुर पुलिस महकमे में मचाई खलबली, अब फंसे ये दारोगा Kanpur News
Viral Audio ने कानपुर पुलिस महकमे में मचाई खलबली, अब फंसे ये दारोगा Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। पुलिस महकमे का भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कानपुर नगर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्र के एक थाने के दारोगा का ऑडियो वायरल होने के बाद एक बार महकमे में खलबली मच गई है। रिश्वत मांगने का ऑडियो पीडि़त पक्ष के एक युवक ने मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का बनाया है। कहा जा रहा है कि बातचीत यह ऑडियो थाना प्रभारी का है, हालांकि उन्होंने ऑडियो को गलत बताया है।

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ये हुआ था मामला

ककवन थाना क्षेत्र के जरैला पुरवा गांव में 31 अगस्त को बंबे से पानी लगाने को लेकर कमलेश्वर और नीरज के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों के बीच लाठी डंडे चलने से कई लोग जख्मी हो गए थे। मामला बढऩे पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी। गांव आई पुलिस कमलेश्वर, गोलू और पुष्पेंद्र समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई थी। थाना प्रभारी ने हिरासत में लिये लोगों को हवालात में डाल दिया था।

कमलेश्वर पक्ष से जुड़े एक युवक ने दूसरे दिन ककवन थाना प्रभारी से बातचीत की थी। कहा जा रहा है कि वायरल हुआ ऑडियो उसी की बातचीत का अंश है, जिसमें थाना प्रभारी दो लोगों को छोडऩे के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। हालांकि ककवन थाना प्रभारी ने ऑडियो को गलत बताया है। उनका कहना है कि मुकदमे में दबाव बनाने के लिए बातचीत के अंश से छेड़छाड़ करके ऑडिया बनाया गया है।मामले में एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह का कहना है कि वायस रिकार्डिंग की जांच कराई जाएगी। सीओ बिल्हौर को इस बाबत निर्देश दिए गए हैं।

वायरल ऑडियो में बातचीत के अंश

पुलिस : ये लोग खाना नहीं खाए हैं, इनके खाने की कह दो व्यवस्था करके लावें घर से।

कॉलर : हाँ, जो आदमी हम लई के आ रहेन, वो खाना लाइके आइहै संगै।

पुलिस : और तुम।

कॉलर : हम इनके गावं के पास पहुंच रहन है, वो आदमी हमरे साथै गाड़ी पर बैठिए, ओखा लादकर सीधा उधर आ जइबै हम।

पुलिस : सुनौ इनके जो घर वाले हैं, लड़कों के जो नामजद हैं, उनसे देख लो कुछ व्यवस्था हो जाए तो करा दो तो छोड़ दें।

कॉलर : अच्छा, मतलब सबका।

पुलिस : सबका नहीं, जो दो लड़के हैं नाबालिग, 18-20 साल के हैं, अरे जो बाप-बेटे के अलावा जो दो लोग और हैं।

कॉलर : ठीक-ठीक...।

पुलिस : सुनो, कम से कम पांच-पांच दस-दस हो जाए करा लो।

कॉलर : ठीक-ठीक...।


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