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तीन शातिर हैकर हत्थे चढ़े, मुंबई से ट्रेनिंग लेकर एटीएम करते थे हैक

पुलिस ने शातिरों के कब्जे से एक लाख सोलह हजार कैश, एक लैपटॉप, तीन कॉपी डिवाइस, पाच मोबाइल फोन व 17 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। एटीएम से नकद निकासी बंद करके ग्राहक को बनाते थे शिकार।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Aug 2018 02:27 PM (IST)Updated: Sun, 12 Aug 2018 02:27 PM (IST)
तीन शातिर हैकर हत्थे चढ़े, मुंबई से ट्रेनिंग लेकर एटीएम करते थे हैक
तीन शातिर हैकर हत्थे चढ़े, मुंबई से ट्रेनिंग लेकर एटीएम करते थे हैक

जेएनएन, कानपुर : कल्याणपुर पुलिस ने शनिवार देर रात तीन एटीएम हैकरों को दबोच लिया। घटना के समय तीनों हैकर इंदिरा नगर के एटीएम प्वाइंट पर शिकार की तलाश में खड़े थे। पुलिस ने इनके पास से नकदी समेत अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस की पूछताछ में हैकरों ने मुंबई में साइबर ठगी की ट्रेनिंग लेने की जानकारी दी है।

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कल्याणपुर इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर शनिवार को पुलिस टीम इंदिरा नगर के इंडसलैंड बैंक के एटीएम प्वाइंट पहुंची। पुलिस को देख एटीएम प्वाइंट पर खड़े तीन युवक भागने लगे तो सिपाहियों ने दौड़ाकर उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में तीनों युवकों ने अपनी पहचान बिहार के गोपालगंज निवासी फरहान अहमद,  इंजमामुल और वसीम अनवर खान के रूप में बताई। तीनों युवक एटीएम प्वाइंट पर जाकर ग्राहकों को शिकार बनाते थे। पुलिस ने शातिरों के पास से एक लाख सोलह हजार नकद,  एक लैपटॉप,  तीन कॉपी डिवाइस,  पाच मोबाइल फोन व 17 एटीएम कार्ड बरामद किए। कल्याणपुर कार्यवाहक इंस्पेक्टर कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि यह शातिर सुनसान इलाकों में लगे एटीएम पर निशाना बनाते थे। एटीएम मशीन में डिवाइस लगा उससे नकद निकासी रोक देते थे। इसके बाद वहां आने वाले लोगों की रकम नहीं निकलती थी। इसपर  यह शातिर मदद का हवाला देकर एटीएम ले लेते थे। इसके बाद मौके का फायदा उठाकर शातिर पीड़ित व्यक्ति के एटीएम का कॉपी डिवाइस की मदद से क्लोन बना लेते थे। इसके बाद क्लोन एटीएम के जरिए ऑनलाइन शॉपिग और कैश निकासी कर लेते थे। शातिरों की निशानदेही पर अन्य जगहों पर भी छापेमारी कर इनके गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। - - - - - - - - - - -

ठगी का पचास फीसदी देते थे कमीशन

कानपुर : पकड़े गए शातिर फरहान ने बताया कि साइबर ठगी से कमाई गई रकम का पचास फीसदी रूपया उनका गुरू अरशद ले लेता था। ठगी की ट्रेनिंग देने के बदल मुम्बई का अरशद यह रकम लेता था।


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