बिठूर के ब्रह्मावर्त घाट पर विसर्जित होंगी अटल जी की अस्थियां
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वापजेयी का कानपुर से गहरा नाता व राजनीतिक सफर की शुरुआत करने के कारण यहां अस्थियां विसर्जित करने का निर्णय लिया गया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कानपुर और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का अटूट रिश्ता अब और अटल होने जा रहा है। जिस धरती पर संघर्ष कर उन्होंने बुलंदियों का आसमान छुआ, वहीं के कण-कण में उनकी यादें हमेशा-हमेशा को रम जाएंगी। उनकी अस्थियां कानपुर के बिठूर स्थित ब्रह्मावर्त घाट पर विसर्जित की जाएंगी।
कानपुर में अटल जी ने पढ़ाई की, राजनीतिक सफर की शुरुआत की, इसलिए कानपुर में भी उनकी अस्थियां विसर्जित करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश नेतृत्व के निर्देश पर शनिवार को कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने उत्तर जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी और दक्षिण जिलाध्यक्ष अनीता गुप्ता के साथ बैठकर अस्थि कलश यात्रा और विसर्जन की रूपरेखा तय की। मैथानी ने बताया कि लखनऊ से पार्टी कार्यकर्ता अस्थि कलश 20 अगस्त को लेकर आएंगे। पूर्वाह्न 11 बजे कानपुर के पार्टीजन कैबिनेट मंत्री सतीश महाना और सत्यदेव पचौरी की मौजूदगी में अस्थि कलश सुपुर्दगी में लेंगे। वहां एक रथ में कलश रखा जाएगा और दूसरे रथ से अटल जी की आवाज में उनकी कविताएं गूंजती रहेंगी। शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए शहरवासियों को दर्शन कराने के बाद लगभग शाम चार बजे बिठूर के ब्रह्मावर्त पहुंचेंगे। वहां विधि विधान और मंत्रोच्चार के साथ अस्थि विसर्जन किया जाएगा। जाजमऊ, हरजेंदर नगर, लाल बंगला, पंडित उपवन, नरौना चौराहा, फूलबाग, मेघदूत तिराहा, बड़ा चौराहा, पार्टी कार्यालय परेड, चुन्नीगंज, बकरमंडी, मोतीझील, गोल चौराहा, रावतपुर स्टेशन तिराहा, कंपनी बाग चौराहा, विष्णुपुरी कॉलोनी होते हुए गंगा बैराज से अस्थि विसर्जन यात्रा बिठूर ब्रह्मावर्त घाट पहुंचेगी। - - - - - - - - - - - - - - - डीएवी कॉलेज में बनेगा 'अटल स्मारक'
कानपुर : अपने संस्थान के गौरव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को डीएवी कॉलेज सहेजने जा रहा है। प्रदेश सरकार कॉलेज में 'अटल स्मारक' बनाने जा रही है, जिसके लिए संस्थान प्रबंधन ने सहमति दे दी है। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का कानपुर से विशेष लगाव रहा। वे यहां पढ़े और राजनीतिक क्षेत्र में भी कदम बढ़ाया। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार ने तय किया कि कानपुर में भी अटल बिहारी वाजपेयी का स्मारक बनाया जाए। इसके लिए प्रस्ताव है कि स्मारक डीएवी कॉलेज में ही बने। इसकी वजह है कि अटल जी ने 1945-46, 1946-47 के सत्रों में एमए राजनीति शास्त्र की पढ़ाई के बाद 1948 में एलएलबी में प्रवेश लिया था। हालांकि, जनसंघ के दायित्वों का भार आने की वजह से एलएलबी की पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ेगी। दयानंद शिक्षा संस्थान के सचिव नागेंद्र स्वरूप ने बताया कि अटल जी के लिए हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। यदि सरकार का प्रस्ताव आता है तो कॉलेज में स्मारक बनवाने के लिए हम तैयार हैं। - - - - - - - - - - - - - - - हर वर्ष मनाएंगे अटल स्मृति दिवस
कानपुर : किराना मर्चेट एसोसिएशन हर वर्ष 16 अगस्त को अटल स्मृति दिवस मनाएगी। इस दिन अटल जी की याद में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नयागंज में किराना कारोबारियों द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि सभा में एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश बाजपेई ने ये बातें कहीं। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन ने 1990 के करीब आयोजित रासलीला में अटल जी को आमंत्रित किया था। सभा में मौजूद वक्ताओं ने अटल जी से जुड़ी यादों को साझा किया। विधायक अमिताभ बाजपेई, महेश त्रिवेदी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री, भाजपा अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी के अलावा विजय पांडेय, ज्ञानेश मिश्रा, मनोज अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, अनुज गुप्ता, राधे बेरीवाल, पुरु मिश्रा, अनुराग पांडेय, अभिषेक कपूर, पंकज गुप्ता आदि मौजूद थे। घुमनी बाजार व्यावसायिक समिति द्वारा सिरकी मोहाल चौराहे पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में अटल जी को आदर्श व अनुकरणीय बताया गया। अजय साहू, केशव जायसवाल, संतोष, रतनदीप, हरिओम अग्रहरि, धीरज आदि मौजूद थे। दक्षिण क्षेत्र में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई। महानगर विकास समिति ने दीप तिराहे पर मोमबत्ती जलाकर अटल जी अमर रहे का नारा लगाया। यहां पर विधायक महेश त्रिवेदी, अध्यक्ष भूपेश अवस्थी, निखिलेश दुबे, विजय शुक्ला, मिथलेश पांडे, पंकज द्विवेदी व आनंद ¨सह रहे। उधर, जनजागृति मंच ने दबौली दुर्गा मंदिर में पूर्व प्रधानमंत्री को यादकर श्रद्धांजलि दी। विनोद मिश्र, रामजी व राजेंद्र रहे। - - - - - - - - - - - - - - - सर्वदलीय सभा में अटल जी को श्रद्धांजलि
कानपुर : सर्वदलीय सभा में मोमबत्तियां जलाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई। आर्य नगर स्थित कमल चौराहे पर सर्वदलीय श्रद्धांजलि कर कैंडिल मार्च निकाला गया। इसमें विधायक अभिजीत सिंह सांगा, नीलिमा कटियार, इरफान सोलंकी, पूर्व विधायक सतीश निगम शामिल हुए। कैंडिल मार्च का आयोजन करने वाले अमित गुप्ता और सुशील शुक्ला ने बताया कि अटल जी के आदर्श और विचार मन में धारण करने वाले हैं। इस अवसर पर आर्य नगर, स्वरूप नगर के व्यापारी और नागरिक भी सम्मलित हुए। क्षेत्रवासियों ने पूर्व प्रधानमंत्री के दिखाए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। सुरेश अवस्थी, सुरेंद्र मैथानी, संजीव दरियाबादी, फजल महमूद, निर्मल तिवारी समेत अन्य उपस्थित रहे।