इस 'कनपुरिये' ने हासिल किया मन का मुकाम, कल्पना को हकीकत में बदला Kanpur News
कानपुर के श्याम नगर निवासी आशीष आर्यन ने मुंबई में फिल्म जगत में जगह बना ली है।
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई के बाद कोई लेखक या फिल्म निर्देशक बन सकता है तो यकीनन जवाब न ही में मिलेगा। मगर, श्याम नगर निवासी आशीष आर्यन ने इस कल्पना को हकीकत में बदल दिया। 2010 में मुंबई पहुंचे आर्यन ने बीटेक किया, फिर दिल्ली में एक नामचीन कंपनी में नौकरी। वहां मन नहीं लगा तो लिखना शुरू कर दिया और फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में उतर आए। उनकी फिल्म 'कनपुरिये' हॉटस्टार स्पेशल पर रिलीज हुई और धूम मचा रही है। पेश हैं उनसे बातचीत के कुछ अंश...।
क्या खास है 'कनपुरिये' में?
कनपुरिये स्माल टाउन स्टोरी है। इसमें दिखाया गया है कि जिन लोगों के सपने पूरे नहीं होते, वह भी सफल इंसान बनते हैं। उनकी जिंदगी में जो होता है, उसे ही दर्शाया गया है। दर्शक इस फिल्म को बेहद पसंद कर रहे हैं। इसे शहर से इसलिए जोड़कर बनाया क्योंकि मैं यहीं पला-बढ़ा हूं और मेरा सपना था कि पहली फिल्म अपने शहर पर बनाऊंगा।
कैसे हासिल किया मुकाम?
मुंबई पहुंचकर जिंदगी जीना आसान नहीं था। पहले डेढ़ साल तक तो संघर्ष करना पड़ा। कई निर्देशकों से मुलाकात हुई, उनसे असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए कहा। अभिनय व उससे जुड़े क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो चुनौतियों को भेदकर लक्ष्य हासिल करने की कला आनी चाहिए।
टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुई थी 'टी फॉर ताजमहल'
आशीष आर्यन बताते हैं कि बतौर लेखक उनकी पहली फिल्म 'टी फॉर ताजमहल' टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुई। इसके अलावा कौन बनेगा करोड़पति के ग्रांड एपिसोड व रिएलिटी शो झलक दिखला जा की स्क्रिप्ट भी लिखी है। अगले साल उनकी दो-तीन नई फिल्में आएंगी। इसके लिए वह काम कर रहे हैं।