सेना ने चंदू पहलवान का अखाड़ा सील किया, जानिए क्या है पूरा मामला
स्थानीय लोगों विरोध किया लेकिन सेना के सख्त रुख के चलते पीछे हटना पड़ा।
कानपुर, जेएनएन। सेना ने भगवतदास घाट स्थित चंदू पहलवान के अखाड़े को अपने कब्जे में लेते हुए सीज कर दिया। इस दौरान स्थानीय लोगों के विरोध पर सेना ने स्पष्ट कर दिया कि अवैध कब्जे के खिलाफ अब पूरी सख्ती बरती जाएगी।
भगवतदास घाट पर सेना ने 45 ऐसे निर्माण चिन्हित किए थे, जो कि सेना की ए-1 लैंड में बने हुए हैं। सेना इनके खिलाफ पीपी एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है। इनमें से ही एक चंदू पहलवान का अखाड़ा भी था, जिसका निर्माण करीब डेढ़ बीघा सैन्य भूमि पर किया गया था। पीपी एक्ट की कार्रवाई शुरू होने के बाद अखाड़ा संचालक आरके पांडेय व बीके पांडेय ने पिछले दिनों अखाड़ा सेना को सौंप दिया था। मगर, रविवार को कुछ दूसरे लोगों ने अखाड़े पर कब्जा कर लिया।
सोमवार की सुबह इसकी सूचना मिलते ही सेना की क्विक रेस्पांस टीम मौके पर पहुंची। सेना को देखते हुए अखाड़े पर कब्जा जमाए लोग भाग खड़े हुए। इस बीच सूचना पाकर आरके पांडेय व बीके पांडेय भी पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि अखाड़े में रखा उनका सामान चोरी हो गया है। इस बीच स्थानीय लोग भी पहुंच गए और सेना की कार्रवाई का विरोध करने लगे, मगर जब उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया तो वह वापस चले गए। इसके बाद स्टेशन स्टॉफ ऑफिसर यूके वैश्य व सेना के वकील पवन तिवारी की मौजूदगी में सेना ने अखाड़ा सील कर दिया गया।
भज्जापुरवा के पीपी एक्ट में आज अंतिम सुनवाई
भज्जापुरवा में सेना ए-1 भूमि पर कब्जा करने वाली 119 संपत्तियां चिन्हित की है। इनके खिलाफ पीपी एक्ट के तहत सुनवाई हो रही है। मंगलवार को सैन्य अदालत इस क्षेत्र के लोगों की अपील पर अंतिम सुनवाई करेगी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप