ओपीएफ में बनेंगे सेना के भारी हथियार उतारने वाले पैराशूट, सात टन है क्षमता
सेना ने खूबियों के चलते आयुध पैराशूट निर्माणी को उत्पादन के लिए दी हरी झंडी।
कानपुर, जेएनएन। युद्ध और बड़े ऑपरेशन में भारी हथियार और अन्य साजो-सामान उतारने में माहिर प्लेटफार्म-सेवन हैवी ड्रॉप पैराशूट का निर्माण शहर में किया जाएगा। सेना ने इसकी खूबियों के चलते आयुध पैराशूट निर्माणी (ओपीएफ) को भारी मात्रा में उत्पादन की हरी झंडी दे दी है। इसी वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक पैराशूट बनने शुरू हो जाएंगे, जो पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर हैं। इसके निर्माण से सेना को और अधिक मजबूती मिल जाएगी।
23 जुलाई को किया गया था ट्रायल
सेना ने प्लेटफार्म-सेवन हैवी ड्रॉप पैराशूट का ट्रायल 23 जुलाई को मालपुरा ड्रॉङ्क्षपग जोन आगरा में किया था। इसकी गुणवत्ता और उत्कृष्टता बहुत बेहतर मिली। सेना के अधिकारियों और एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट (एडीआरडीई) के वैज्ञानिकों ने ओपीएफ के उत्पादन की सराहना की। इसे ओपीएफ ने एडीआरडीई के सहयोग से तैयार किया है। महाप्रबंधक डीके बंगोत्रा ने बताया कि ओपीएफ को बल्क प्रोडक्शन क्लीयरेंस मिलना पैराशूट विनिर्माण क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। ओपीएफ ने उत्पादों की गुणवत्ता के दम पर कीर्तिमान स्थापित किया है।
सात टन का उठा सकता भार
विशेषज्ञों के मुताबिक इस पैराशूट का उपयोग सात टन भार वर्ग के वाहनों और उपकरणों को ऊंचाई से नीचे उतारने के लिए किया जाता है। इसमें पांच मुख्य कैनोपी, पांच ब्रेक शूट, दो सहायक शूट, और एक एक्सट्रैक्टर पैराशूट का समूह शामिल है।