Army Day : राजपूत रेजीमेंटल सेंटर में गूंजी देशभक्ति की स्वरलहरियां, अमर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
फर्रुखाबाद में 72वें सेना दिवस पर सैन्य अफसरों ने अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित किए।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। 72वें सेना दिवस पर बुधवार को राजपूत रेजीमेंट सेंटर में बैंड डिस्प्ले आयोजन में देशभक्ति की स्वर लहरियां गूंजी तो लोगों के रोम-रोम खड़े हो गए। यहां सैन्य अधिकारियों ने अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ थल सेना दिवस मनाए जाने के इतिहास पर भी प्रकाश डाला।
वर्ष 1949 में भारतीय सेना के पहले फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभालने की याद में 15 जनवरी को सेना दिवस के तौर पर मनाया जाता है। उन्होंने 15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश राज के भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से पदभार लिया था। इस वर्ष 72वें सेना दिवस पर यहां राजपूत रेजीमेंटल सेंटर स्थित करियप्पा कंपलेक्स में सैन्य अधिकारियों ने अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद लोगों के लिए सेना को जानें कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी क्रम में सैन्य बैंड ने देशभक्ति गीतों की धुन बजाई तो लोगों के रोम-रोम खड़े हो गए और दर्शक दीर्घा तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठी। लोगों को बताया गया कि कर्नाटक के कुर्ग में 1899 में जन्मे फील्ड मार्शल करिअप्पा ने मात्र 20 वर्ष की आयु में ब्रिटिश सेना में भर्ती हो गए थे। भारतीय सेना के सर्वोच्च पद फील्ड मार्शल हासिल करने वाले दो अधिकारियों में से वह भी एक रहे। उनके अलावा सैम मानेकशॉ भी इस पद पर रह चुके हैं।