सड़क पर इन 'हसीनाओं' को जिसने भी देखा, देखता ही रह गया
ग्रीनपार्क में विंटेज कारों को देखने के लिए उमड़ी भीड़, मोटर शो में 20 कारें, 5 जीप व 3 दोपहिया वाहन हुए शामिल।
By Edited By: Published: Sun, 27 Jan 2019 11:58 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 11:36 AM (IST)
कानपुर,जेएनएन। शहर की सड़कों से गुजरीं इन हसीनाओं को जिसने भी देखा, देखता ही रह गया। ये हसीनाएं थीं दशकों पुरानी कारें, जिन्हें शहर के शौक पसंद लोगों ने आज भी जवां बनाकर रखा है। रविवार को जब विटेंज कार रैली निकली तो बरबस ही लोगों की निगाहें उनपर टिक गईं। सत्तर से सौ साल पुरानी कारें, जीपें व दोपहिया वाहन निकले तो राह चलते हर नजर उन पर टिक गई। मोटर शो में कारों को देखने के लिए खूब भीड़ उमड़ी।
विंटेज एंड क्लासिक कार क्लब ऑफ कानपुर द्वारा रविवार को ग्रीनपार्क में 11वीं विंटेज, क्लासिक कार व मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। ग्रीनपार्क में रैली का शुभारंभ एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव ने किया। 20 कारों, पांच जीपों और तीन दोपहिया वाहनों का काफिला होटल मेघदूत हुए मालरोड से वापस ग्रीनपार्क पहुंचा। तीन-चार किमी के इस सफर में गाड़ियां जिधर से भी गुजरीं, लोग उन्हें एकटक देखते ही रह गए। इसके बाद ग्रीनपार्क में मोटर शो का आयोजन हुआ।
संस्था के अध्यक्ष तारिक इब्राहिम के बाबा हाफिज मोहम्मद हलीम ने वर्ष 1913 में दो राल्स रॉयल कारें खरीदीं थीं। यह शहर की सबसे पुरानी कारें हैं। हरे रंग की कार कवर्ड राल्स राइस विंटेज कार की प्रतिष्ठित कार्टियर शो में भी पुरस्कार जीत चुकी है, जबकि दूसरी सिल्वर घोस्ट को कंपनी ने तत्कालीन समय फार्मूला रेसिंग के लिए बनाया था।
तारिक परिवार में 1928 मॉडल की फोर्ड ए और वर्ष 1930 मॉडल की सबसे छोटी कार ऑस्टिन-7 भी हैं। संस्था के टीएस जौहर के पास दोपहिया वाहनों का शानदार कलेक्शन है। मोटर शो में इनका 1954 मॉडल का लंबरेटा स्कूटर एलआइ-150 खूब पसंद किया गया। इसकी खासियत यह है कि इस स्कूटर का इंजन पूरी तरह से खुला है। जौहर के कलेक्शन में लंबरेटा के सभी शुरुआती मॉडल हैं। इनकी बेटी रुचिका जौहर के पास 1950 मॉडल की मोरिस माइनर है, जो कि उस समय सर्वाधिक 12 किमी प्रति लीटर का माइलेज देने वाली कार थी।
विंटेज एंड क्लासिक कार क्लब ऑफ कानपुर द्वारा रविवार को ग्रीनपार्क में 11वीं विंटेज, क्लासिक कार व मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया गया। ग्रीनपार्क में रैली का शुभारंभ एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव ने किया। 20 कारों, पांच जीपों और तीन दोपहिया वाहनों का काफिला होटल मेघदूत हुए मालरोड से वापस ग्रीनपार्क पहुंचा। तीन-चार किमी के इस सफर में गाड़ियां जिधर से भी गुजरीं, लोग उन्हें एकटक देखते ही रह गए। इसके बाद ग्रीनपार्क में मोटर शो का आयोजन हुआ।
संस्था के अध्यक्ष तारिक इब्राहिम के बाबा हाफिज मोहम्मद हलीम ने वर्ष 1913 में दो राल्स रॉयल कारें खरीदीं थीं। यह शहर की सबसे पुरानी कारें हैं। हरे रंग की कार कवर्ड राल्स राइस विंटेज कार की प्रतिष्ठित कार्टियर शो में भी पुरस्कार जीत चुकी है, जबकि दूसरी सिल्वर घोस्ट को कंपनी ने तत्कालीन समय फार्मूला रेसिंग के लिए बनाया था।
तारिक परिवार में 1928 मॉडल की फोर्ड ए और वर्ष 1930 मॉडल की सबसे छोटी कार ऑस्टिन-7 भी हैं। संस्था के टीएस जौहर के पास दोपहिया वाहनों का शानदार कलेक्शन है। मोटर शो में इनका 1954 मॉडल का लंबरेटा स्कूटर एलआइ-150 खूब पसंद किया गया। इसकी खासियत यह है कि इस स्कूटर का इंजन पूरी तरह से खुला है। जौहर के कलेक्शन में लंबरेटा के सभी शुरुआती मॉडल हैं। इनकी बेटी रुचिका जौहर के पास 1950 मॉडल की मोरिस माइनर है, जो कि उस समय सर्वाधिक 12 किमी प्रति लीटर का माइलेज देने वाली कार थी।
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