पुलिस की अभिरक्षा से भगाया गया था एक और हिस्ट्रीशीटर
भाजपा से निष्कासित पूर्व जिला मंत्री नारायण सिंह की जन्मदिन पार्टी से हिस्ट्रीशीटर को भगाने का मामला।
गौरव दीक्षित, कानपुर : भाजपा से निष्कासित पूर्व जिला मंत्री नारायण सिंह की जन्मदिन पार्टी से हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने का मामला इस दिनों चर्चा में है। ऐसे ही एक और मामले के सामने आए वीडियो में भाजपा नेता संदीप ठाकुर अपने एक दोस्त की जन्मदिन पार्टी में आए हिस्ट्रीशीटर अजय सिंह को पुलिस अभिरक्षा से फरार कराते दिखाई पड़ रहे हैं। खास बात यह है कि इस मामले में न गिरफ्तारी हुई और न ही मुकदमा दर्ज हुआ। बताते हैं कि तत्कालीन अधिकारियों पर भाजपा के बड़े नेताओं के दबाव में पुलिस ने चुप्पी साधने में ही अपने भलाई समझी।
दैनिक जागरण को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से 2.54 मिनट का एक वीडियो मिला है। वीडियो में तत्कालीन चौकी प्रभारी गुजैनी दिवाकर पांडेय और कुछ युवक दिखाई पड़ रहे हैं। इनमें से एक युवक का सिर फटा है। यह वीडियो गुजैनी के रामगोपाल चौराहा स्थित पार्क का है और फरवरी महीने का बताया जा रहा है। वीडियो में पुलिस घायल युवक को अपने साथ ले जाने का प्रयास करती दिखाई पड़ रही है, जबकि युवक आरोप लगा रहा है कि एक सिपाही ने उससे 50 हजार रुपये मांगे थे, न देने पर मारपीट की।
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जागरण की पड़ताल में सामने आया यह मामला
दैनिक जागरण ने जब इस वीडियो की पड़ताल की तो चौंकाने वाला मामला सामने आया। पता चला कि पार्टी भाजयुमो के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर के एक मित्र के जन्मदिन पर आयोजित की गई थी। तत्कालीन चौकी प्रभारी गुजैनी दिवाकर पांडेय ने बताया कि पार्क के अंदर पार्टी चल रही थी और भीड़ ज्यादा थी, इसलिए सूचना पर वहां पुलिस पहुंच गई। पुलिस की नजर थाने के वांछित हिस्ट्रीशीटर अजय सिंह पर पड़ी। वह एक मामले में फरार चल रहा था, जब उसे पकड़ा तो भागने की कोशिश में वह गिरकर घायल हो गया। शोर मचाने पर पार्टी में मौजूद संदीप ठाकुर और उसके दोस्त पुलिस के बीच में आ गए, दारोगा से उनकी झड़प होने लगी इसी दौरान अजय सिंह को मौके से भाग निकला।
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बर्रा थाने का हिस्ट्रीशीटर है अजय
अजय सिंह भी हिस्ट्रीशीटर है। बर्रा थाने में उसकी 8196 नंबर से हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। अजय सिंह के खिलाफ मारपीट, चोरी, लूट का प्रयास, आइटी एक्ट और जबरन वसूली के एज दर्जन से अधिक मुकदमे विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
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हां ऐसा हुआ था। हम भीड़ देखकर वहां गए थे। अजय सिंह दिखाई पड़ा तो पकड़ने की कोशिश की, मगर वहां मौजूद लोगों ने उसे भगा दिया। इस मामले में उच्चाधिकारियों को सूचना दी थी। कार्रवाई हुई थी, लेकिन क्या हुई पता नहीं।
दिवाकर पांडेय, तत्कालीन चौकी प्रभारी गुजैनी
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अजय सिंह के खिलाफ उस वक्त ऐसा कोई मुकदमा नहीं था, जिसकी वजह से उसे गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस केवल पार्क में चेकिग करने गई थी। कोई कार्रवाई की जरूरत नहीं समझी गई। चौकी प्रभारी ने ऐसी कोई रिपोर्ट भी नहीं दी।
हरमीत सिंह, थाना प्रभारी बर्रा
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वीडियो संज्ञान में आया है संबंधित दारोगा से पूछताछ की जाएगी। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मामले में जरूरत कार्रवाई होगी। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। प्रकरण में जांच रिपोर्ट बर्रा थाने से मांगी जाएगी।
असीम अरुण, पुलिस आयुक्त