फतेहपुर में महाभारत कालीन शिव मंदिर में बिजली गिरने से घबरा गए लोग, अरघा भी क्षतिग्रस्त
सिद्ध जागेश्वरधाम मंदिर में चोटी के त्रिशूल से होते ही बिजली की नीचे शिव लिंग तक पहुंची।
फतेहपुर, जेएनएन। गाजीपुर थाना क्षेत्र में महाभारत कालीन इतिहास समेटे प्राचीन शिव मंदिर में भोर पहर बिजली गिरने से लोग घबरा गए। मंदिर की चोटी पर लगे त्रिशूल से बिजली सीधे नीचे शिवलिंग तक पहुंच गई, जिससे अर्घ का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना के बाद से लोगों की भीड़ एकत्र हो गई तो पुलिस ने पहुंचकर सभी को दूर करके घर जाने को कहा।
महाभारत काल से मंदिर का है नाता
गाजीपुर क्षेत्र में स्थित जागेश्वर शिव मंदिर कई वर्ष पुराना है। बुजुर्ग भी इसकी स्थापना के बारे में नहीं जानते है लेकिन बताते हैं इसका इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। आस्था का केंद्र जागेश्वरधाम मंदिर का राजाओं ने जीर्णोद्धार भी कराया है। ऐसी किवदंती है कि महाभारत काल में पांडव अज्ञात वास के समय इस मंदिर में ठहरे थे और यहां पूजा अर्चना करते थे।
सुबह लोगों ने मंदिर में देखी दरार
शनिवार की सुबह मंदिर पहुंचे भक्तों की नजर सुराही के ऊपर त्रिशूल पर गई तो सभी घबरा गए। मंदिर में ऊपर से नीचे तक लंबी दरार होने के साथ शिव लिंग के अरघा क्षतिग्रस्त मिला। इसकी जानकारी होते ही मंदिर के आसपास लोगों की भीड़ पहुंच गई। लोगों ने बताया कि प्रात : साढ़े 5 बजे बारिश के बीच तेज गड़गड़ाहट के साथ शिवमंदिर में बिजली गिरी थी। मंदिर की चोटी पर त्रिशूल के साथ झंडा लगा था, जिसपर गिरी बिजली नीचे तक शिव लिंग तक पहुंची और अरघा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
पुलिस ने हटवाई भीड़
घटना की जानकारी पर असोथर एसओ हेमराज सरोज व गाजीपुर एसओ आशीष सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचे और कोराना वायरस संक्रमण का हवाला देकर भीड़ को हटवाया। इसके बाद राजेश गोस्वामी को बुलवाकर मंदिर में ताला लगवा दिया। एसओ ने बताया कि लॉकडाउन होने के बावजूद भीड़ लग गई थी, जिसे तत्काल हटवा दिया गया है। लोगों ने बताया कि जागेश्वरधाम मंदिर प्राचीन और प्रतिवर्ष शिवरात्रि से 15 दिनों तक मेला लगता है, जो होलिका दहन के दिन समाप्त होता है।