अमर सिंह ने मुलायम को बताया फुटबाल, बोले-देखना है कि किसके नेट में होता है सेट
राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा, सपा से रीढ़ की हड्डियां अलग हो चुकी हैं।आजम के पास तो पाकिस्तान जाने का भी विकल्प हैं, मैं कहां जाऊं।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव अपने परिवार से समझौता नहीं कर रहे लेकिन गठबंधन पर हर तरह का समझौता मायावती से करने की बात कह रहे हैं। इन दिनों मुलायम सिंह फुटबाल बने हुए हैं, कभी अखिलेश के साथ दिखते हैं तो कभी शिवपाल के साथ। अब देखना होगा कि फुटबॉल किस नेट में जाकर सेट होता है। उन्होंने बुधवार को कानपुर और कन्नौज में अखिलेश यादव पर खूब तंज कसे।
सपा के पूर्व मंत्री आजम खां के खिलाफ एफआइआर यात्रा लेकर निकले राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने यूपी पुलिस पर बड़े सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को न्यायप्रिय बताते हुए बोले कि मैंने पहली बार देखा है कि पुलिस सीएम की बात नहीं सुनती। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद आजमगढ़ पुलिस ने आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया। कानपुर प्रेसक्लब में वार्ता करते हुए अमर सिंह बोले कि मैं दो दशक तक सपा में रहा, तब तक आजम की गालियां सुनता रहा। नेताजी मुलायम सिंह का कहना था कि सपा में रहना है तो अल्लाह-अल्लाह कहना है। अब तो आजम ने सभी हदें पार कर दीं।
उन्होंने कहा कि आजम खां पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल राम नाईक से मिला। मुख्यमंत्री ने पूरी बात सुनी और आजमगढ़ पुलिस को मुकदमे के लिखित आदेश दिए। मगर, अखिलेश यादव ने पूर्व मंत्री बलराम यादव को फोन करके कहा कि आजम कद्दावर नेता हैं, उन पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। आरोप लगाया कि लालगंज सीओ अब भी बलराम यादव को मंत्री मानता है। वह योगी को मुख्यमंत्री नहीं मानता, इसलिए मेरी पत्रावली बिना जांच के लखनऊ भेज दी।
आजम के पास पाकिस्तान जाने का विकल्प
उन्होंने कहा कि अखिलेश मुझे अंकल कहते हैं। इस रिश्ते में मेरी बेटियां उनकी बहनें हुईं। मुलायम की भतीजी हैं। अगर कोई डिंपल यादव, अखिलेश या आजम की बीवी और बेटियों के लिए ऐसा कहता तो मैं उनके साथ खड़ा होता। सांसद ने सवाल उठाया कि जब मेरे जैसे व्यक्ति की यह स्थिति है तो आम इंसान की क्या सुनेगी पुलिस। साथ ही कहा कि आजम के पास तो पाकिस्तान जाने का भी विकल्प हैं, मैं कहां जाऊं।
चुनाव में भाजपा का समर्थन करुंगा
एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि मैं 2019 के चुनाव में भाजपा का समर्थन करूंगा, इसके लिए कोई पद नहीं चाहिए। वहीं, एससी एसटी एक्ट पर भाजपा द्वारा लाए गए अध्यादेश को तो उन्होंने सही नहीं माना, लेकिन खुद ही आश्वस्त किया कि यूपी में एक्ट का दुरुपयोग योगी सरकार में नहीं होगा।
शर्म से ही इस्तीफा दे दें डीजीपी
विवेक तिवारी हत्याकांड, उन्नाव दुष्कर्म कांड सहित कई घटनाओं का जिक्र करते हुए सांसद अमर सिंह ने कहा कि डीजीपी ओपी सिंह की पुलिस हत्यारे के समर्थन में काली पट्टी बांधती है। डीजीपी को शर्म से इस्तीफा दे देना चाहिए।
सपा की रीड़ की हड्डियां अलग हुईं
कन्नौज के यूपीटी पहुंचे अमर सिंह का भाजपा नेताओं ने स्वागत करते हुए उन्हें हिन्दू नेता बताया। पत्रकारों से वार्ता में राज्यसभा सांसद ने गठबंधन को मजबूरी बताते हुए कहा, अखिलेश यादव, राम गोपाल और उनके बेटे को ही टिकट मिला तो वह तीन सीटों पर ही गठबंधन कर लेंगे। इसी वजह शिवपाल अलग हो चुके हैं, यानी सपा से रीढ़ की हड्डियां अलग हो चुकी हैं। अगर मुलायम सिंह बेटे अखिलेश के साथ चले गए तो क्या मायावती अपने साथ होने वाले अपमान के प्रयास को भूल पाएंगी।
मायावती को ईश्वर बुद्धि दे
गठबंधन की बात किसी से चलती है, मायावती चली किसी और के साथ जाती हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ जाते-जाते जोगी के साथ राजनीति की जोगिन बनी तो हरियाणा में चौटाला का साथ पकड़ा। कहा, बसपा को बनाया भाजपा ने है, बुरे वक्त में उनके साथ सरकार बनाकर भाजपा ने संजीवनी दी थी। ईश्वर मायावती को बुद्धि दे और वह मोदी जी की शरण मे चली जाएं।
अखिलेश को दिया यशस्वी भव: का आशीर्वाद
जाते-जाते अमर सिंह अखिलेश यादव को आशीर्वाद देना नहीं भूले। उन्होंने अखिलेश को यशस्वी भव: का आशीर्वाद देते हुए कहा कि अगर उनके करतब अच्छे होते तो वह जीत का आशीर्वाद देते।