इनके पास है अमेरिका, रूस, जर्मनी की 200 साल से ज्यादा पुरानी माचिस का संग्रह
कानपुर के आलोक मेहरोत्रा ने सजा रखी माचिस की अनोखी दुनिया। उनके संग्रह को देखने वाले दंतों तले अंगुलियां दबाने को मजबूर हो जाते हैं।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। माचिस की तीलियां तो आपने बहुत देखी होंगी। खासकर दो इंच से लेकर पांच इंच तक की, लेकिन क्या कोई ऐसी दियासलाई (माचिस) देखी है जिसका आकार हाथ के अंगूठे के नाखून के बराबर हो या फिर लंबाई एक फीट से ज्यादा हो। सुनने में जरूर अटपटा लगे लेकिन ऐसी माचिस हैं, जो शहर में ही आपको दिख जाएंगी।
दियासलाई की अनोखी दुनिया सजाई
बिरहाना रोड निवासी आलोक मेहरोत्रा ने दियासलाई की ऐसी ही अनोखी दुनिया सजाई है। इनके पास देश-विदेश की 50 हजार से अधिक मैच बॉक्स (माचिस) हैं। पिछले 38 साल से वह इन्हें संग्रहित कर रहे हैं। वर्तमान में उनके पास अमेरिका, रूस, जर्मनी आदि देशों की 200 साल से ज्यादा पुरानी माचिस हैं। वह बताते हैं कि सात साल की उम्र में माचिस के खाली डिब्बों से खेलते-खेलते उसे एकत्रित करने का शौक बना लिया। आज भी उनकी ये आदत बनी हुई है।
ऑनलाइन मंगा रहे माचिस, मिले कई पुरस्कार
इंटरनेट और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर वल्र्ड मैच बॉक्स कलेक्टर ग्रुप, स्वीडन मैच बॉक्स कलेक्टर ग्रुप समेत कई अन्य ग्रुप हैं। जिनकी सहायता से वह माचिस का आदान प्रदान कर रहे हैं। आलोक को इंडिया स्टार बुक, भारत वल्र्ड रिकार्ड और यूनिक वल्र्ड रिकार्ड के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
90 देशों की माचिस का संग्रह
-अमेरिका के अब तक हुए राष्ट्रपति की फोटो युक्त माचिस।
-इजरायल की धार्मिक बातें लिखी माचिस।
-पोलैंड की राशियों वाली, यूक्रेन की ट्राईएंगल माचिस।
-चेकोस्लोवाकिया की शोकेस माचिस।
-रुस की सिगरेट की तरह नजर आने वाली माचिस।
-बांग्लादेश और पाकिस्तान की धार्मिक स्थलों वाली माचिस।
-जर्मनी की सिलेंडर की तरह दिखाई देने वाली माचिस।
-फ्रांस की डिब्बा बंद माचिस।
-पोलैंड वल्र्ड कप थीम पर बनी माचिस।
देश में बनी खास तरह की माचिस
-कानपुर समेत कई नामी शहरों की माचिस।
-विभिन्न पार्टियों के चुनाव चिन्ह वाली माचिस।
-प्रसिद्ध खानपान, कपड़े आदि पर आधारित माचिस।