मुस्लिम बेटियों को तरका दिलाने की मुहिम शुरू, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की पहल
शरीयत ने पिता की संपत्ति में बेटे के साथ बेटियों का हिस्सा भी दिया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बेटियों को उनका हक दिलाने के लिए मुहिम शुरू की है और लोगों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार कर रहा है।
कानपुर, जेएनएन। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पिता की संपत्ति में बेटियों को अधिकार देने की मुहिम शुरु की है। बोर्ड इसका प्रचार प्रसार कर रहा है और लोगों को बेटियों का हक देने के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है। बोर्ड अपनी वेबसाइट सहित सोशल मीडिया के जरिये लोगों तक तरका (पिता की संपत्ति में बेटियों का हिस्सा) के बारे में जानकारी दे रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि अपने वारिसों को तरका से वंचित न करे। उनका हक अदा करें।
बोर्ड ने जुमे के खुतबे में भी इमामों से तरका के लिए लोगों को जागरूक करने को कहा गया है। शरीयत ने पिता की संपत्ति में बेटे के साथ बेटियों का हिस्सा भी दिया है। पिता कि संपत्ति में दो भााग बेटे के तो एक भाग बेटी का होता है। तरका को लेकर अकसर घरेलू विवाद की स्थितिया पैदा हो जाती है। कई लोग जानबूझ के तो कई लोग जागरूकता की कमी के चलते लड़कियों को शरीयत में दिए इस अधिकार से वंचित रखते हैं। मामले शरई अदालत तक पहुंच जाते हैं। शरई अदालतों ने तरका को लेकर लड़कियों को पक्ष में कई फैसले भी किए हैं।
अब ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस मुद्दे को उठाया है। तरका को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। लोगों को बताया जा रहा है कि जो शख्स अपने वारिस को संपत्ति में उसके हिस्से से वंचित कर दे, कयामत के दिन वह जन्नत से वंचित कर दिया जाएगा। बोर्ड ने जुमा के खुतबे से पहले होने वाली तकरीरों में भी तरका की जानकारी दे, साथ ही बेटियों के उनका हक देने के लिए प्रेरित करें।