कानपुर से चलेगा अखिलेश की उम्मीदों का कारवां
जागरण संवाददाता, कानपुर : पिछले लोकसभा चुनाव में बुरी तरह पंचर हुई साइकिल में सपा फिर प्र
जागरण संवाददाता, कानपुर : पिछले लोकसभा चुनाव में बुरी तरह पंचर हुई साइकिल में सपा फिर प्रयासों के 'पैडल' मार रही है। 2019 में हाथी के बल के सहारे भाजपा का विजय रथ रोकने के मंसूबे हैं। कन्नौज सीट से मैदान में ताल ठोंकने जा रहे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उससे पहले माहौल बना लेना चाहते हैं। साइकिल यात्रा के रूप में उनकी उम्मीदों का कारवां दो सितंबर को कानपुर नगर से कूच करेगा।
भाजपा सरकार ने गांव, गरीब और किसानों के लिए जो योजनाएं लागू की हैं, सरकारी मशीनरी और संगठन के जरिये ग्राम चौपाल, रात्रि प्रवास कर जनता के बीच उनका प्रचार-प्रसार किया। अब उसी तर्ज पर सपा दोहरा दांव मारने की तैयारी में है। अपने शासन काल की उपलब्धियां जनता को गिनाने के साथ ही भाजपा सरकार की खामियों का जिक्र किया जाएगा। दो सितंबर से शुरू होने जा रही साइकिल यात्रा के संयोजक कानपुर के ही प्रवीण सिंह यादव सहित मंजीत यादव और अर्पित यादव बनाए गए हैं। प्रवीण ने बताया कि दो सितंबर को सरदार पटेल चौक बर्रा से साइकिल यात्रा का शुभारंभ होगा। इसके बाद अकबरपुर, झींझक, रसूलाबाद, बेला, अछल्दा, एरवा कटरा, छिबरामऊ, कन्नौज होते हुए दस सितंबर को तिर्वा होते हुए कानपुर देहात के रसूलाबाद में ही समापन होगा। इस यात्रा में अखिलेश कहां शामिल होंगे, यह निर्धारित नहीं है। वह किसी भी दिन साइकिल यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
--
परखा जाएगा संगठन का भी दम
सपा प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा में शामिल कार्यकर्ता जनता को सपा सरकार की योजनाओं की याद दिलाएंगे। साथ ही भाजपा की योजनाओं की समीक्षा करते हुए जनता की समस्याओं और मुश्किलों पर चर्चा करेंगे। रात्रि विश्राम के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। हर पड़ाव पर स्थानीय संगठन को पूरी भागीदारी करने के निर्देश हैं। इससे पार्टी संगठन के ढांचे का भी आकलन कर लेगी।