लखनऊ में आइटी पार्क तो जेवर में बनेगा इलेक्ट्रानिक पार्क, दो लाख लोगों को मिलेगा रोजगार : अजीत Kanpur News
इलेक्ट्रानिक व आइटी राज्यमंत्री ने सीएसजेएमयू के सात दिवसीय कला शिविर का किया शुभारंभ कहा कला से सहेजी जा सकती प्राचीन संस्कृति।
कानपुर, जेएनएन। प्राचीन भारत का स्वरूप कैसा रहा होगा? उस समय देश के अलग-अलग हिस्सों की संस्कृति कैसी रही होगी? इसकी हम मन में कल्पना तो कर सकते हैं पर हम इसका सजीव स्वरूप नहीं देख सकते। हालांकि एक कलाकार प्राचीन भारत का सजीव स्वरूप हमें दिखा सकता है। हमारे बुजुर्गों की गतिविधियों को अपनी कला से हमें बता सकता है। ये बातें इलेक्ट्रानिक्स एवं आइटी राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल ने कहीं। वह गुरुवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विवि में आयोजित सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कला शिविर के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक कलाकार हमें पूरे विश्व से जोड़ सकता है। कला एक ऐसा माध्यम है, जिससे देश की प्राचीन संस्कृति को सहेजा जा सकता है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में आइटी और जेवर में इलेक्ट्रानिक पार्क बनाने की शुरुआत जल्द होगी। आइटी पार्क में जहां पूरे प्रदेश के सभी विभागों का डाटा एकत्रित किया जाएगा, वहीं इलेक्ट्रानिक पार्क में विदेशी निवेशक अपना प्लांट लगाएंगे। दोनों ही पार्कों की स्थापना से प्रदेश में दो लाख लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया होंगे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों पैसे निकालने व जमा करने के लिए घरों के बाहर मोबाइल वैन उपलब्ध रहेगी। लखनऊ एयरपोर्ट के पास बनने वाला आइटी पार्क, नोएडा स्थित आइटी पार्क से बड़ा होगा।
राज्य ललित कला अकादमी के चेयरमैन डॉ. आरएस पुंढीर ने कहा कि कभी अकादमी में वह दिन भी थे, जब कलाकार खुद आते थे। अकादमी की ओर से पिछले साल 125 आयोजन कराए गए, जबकि उससे पिछले 10 वर्षों में इतने आयोजन नहीं हुए। बोले, नए भारत के निर्माण की जो बात कही जा रही है, उसमें सभी को अपना योगदान देना है। राज्य ललित कला अकादमी के सचिव डॉ. यशवंत सिंह राठौर ने कहा, इस सात दिवसीय शिविर में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। पेटिंग या चित्रों को तैयार करने में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया। विवि में 70 पेंटिंग की प्रदर्शनी लगेंगी।
19 व 20 नवंबर को होने वाले सेमिनार में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आ सकती हैं। वहीं देशभर के 200 से अधिक कलाकार छात्रों को कला की बारीकियां सिखाएंगे। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. संजय स्वर्णकार ने कहा कि हर कलाकार को अपना आत्मविश्वास मजबूत रखना चाहिए। कार्यक्रम में आए कलाकारों को सम्मानित किया गया। यहां विभागाध्यक्ष डॉ. बृजेश कटियार, डॉ. प्रवीन कटियार, डॉ. शाश्वत कटियार, डॉ. संदेश गुप्ता, डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, डॉ. राशि अग्रवाल, रितु गुप्ता, डॉ. कुमुद बाला, डॉ. सारिका बाला आदि मौजूद रहीं।