CPCB Report: टॉप-10 प्रदूषित शहरों में कानपुर का सातवां स्थान, जानिए-अपने शहर का हाल
कानपुर में हवा और जहरीली होने से देश में प्रदूषित शहरों की सूची में सातवें नंबर पर आ गया है हवा में अतिसूक्ष्म कण खतरनाक हो गए हैं। सीपीसीबी की रिपोर्ट में सर्वाधिक प्रदूषित शहरों का नाम दिए गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। सोमवार देर शाम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मॉनीटरिंग स्टेशन की रिपोर्ट में कानपुर देश के टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हो गया है। सबसे ऊपर हरियाणा का यमुना नगर है, जबकि मुजफ्फर नगर दूसरे और वाराणसी तीसरे नंबर पर है। वहीं, शहर सातवें पायदान पर है। प्रदूषण की यह स्थिति कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ चुके मरीजों के फेफड़ों को निशाना बनाएगी। चेस्ट और हृदय रोग विशेषज्ञों के मुताबिक, टीबी, सांस, दमा और फेफड़ों के गंभीर मरीजों को सतर्क रहना होगा। सर्दियों से ठीक पहले हवा में हानिकारक गैसों के साथ अतिसूक्ष्म कणों में इजाफा होने से हालात खतरनाक बन सकते हैं।
धूल और वाहनों के धुएं ने बढ़ाई मुश्किल
वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं और सड़क किनारे उड़ती धूल है। नगर निगम की ओर से सड़कों पर सुबह और शाम को पानी का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन कई जगह निरंतर धूल उडऩे से समस्या बढ़ी है। वाहनों का अधिक घनत्व और अनियमित ट्रैफिक व्यवस्था जाम का कारण है। इसमें फंसे वाहन जहरीला धुआं उगल रहे हैं।
विंड विलोसिटी जीरो
एचबीटीयू के सिविल इंजीनियरिंग के प्रो. पृथ्वीपति सचान ने बताया कि विंड विलोसिटी से हवा में प्रदूषण का स्तर कुछ कम हो जाता है। इस समय यह जीरो है। शाम को तापमान कम हो रहा है, जिसकी वजह से घनत्व बढ़ता है।
देश के 10 प्रदूषित शहर
शहर | पीएम 2.5 |
यमुना नगर | 345 |
मुजफ्फर नगर | 318 |
मुरादाबाद | 317 |
वाराणसी | 311 |
वल्लभगढ़ | 303 |
बुलंदशहर | 298 |
कानपुर | 292 |
बागपत | 280 |
जींद | 277 |
कुरुक्षेत्र | 276 |
(नोट : मात्रा माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर में है) |