उदयपुर घटना के बाद कानपुर में पुलिस ने संभाला मोर्चा, संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में की गश्त
उदयपुर में नुपुर शर्मा के समर्थक कन्हैया लाल की नृशंश हत्या के बाद कानपुर पुलिस भी सतर्क हो गई है। हाईअलर्ट को लेकर पुलिसबल तैनात रहा। अर्द्ध सैनिक बलों के कई अतिसंवेदन इलाकों में पैदल मार्च किया ।
कानपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के उदयपुर में नुपुर शर्मा के समर्थक कन्हैया लाल की नृशंश हत्या के बाद शहर का माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते हाईअलर्ट घोषित किया गया था। शुक्रवार को जुमे की नमाज होने के चलते सुबह छह बजे से ही अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया था। शहर के संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में फोर्स तैनात रही। वहीं सुबह और शाम अधिकारियों ने पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के साथ पैदल गश्त किया।
नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर पहले से ही विरोध चल रहा है। टिप्पणी के विरोध में बीते तीन जून को नई सड़क पर दुकाने बंद कराने के विरोध पर चंद्रेश्वर हाते के पास विवाद के बाद बमबाजी, पथराव और फायरिंग हुई थी। उपद्रव के बाद शहर का माहौल बिगड़ा था। मामले में पुलिस ने 55 लोगों को नामजद करने के साथ एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। वहीं पुलिस अब तक 60 लोगों की गिरफ्तारी करके जेल भेज चुकी है। उपद्रव के बाद से जुमे की नमाज को पुलिस अधिकारी विशेष सतर्कता बरत रहे हैं। इधर उदयपुर में नुपुर के समर्थक कन्हैया लाल की नृशंश हत्या के बाद शहर का माहौल न बिगड़े और दो दिन बाद जुमे की नमाज के मद्देनजर पुलिस अधिकारी कमर कसे हैं। बुधवार की सुबह छह बजे से ही पुलिस संवेदनशील क्षेत्र नई सड़क, बेकनगंज, यतीमखाना, चमनगंज, ग्वालटोली, कर्नलगंज, बजरिया, सीसामऊ, कुली बाजार, बादशाहीनाका, बांसमंडी, जूही परमपुरवा, किदवई नगर जूही सफेद कालोनी, लाल कालोनी, बाकरगंज, बेगमपुरवा, नौबस्ता मछरिया, उस्मानपुर, बर्रा हरी मस्जिद के आसपास का क्षेत्र, कल्याणपुर, रावतपुर समेत अन्य स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा। वहीं पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने डीसीपी और एडीसीपी समेत पैदल गश्त कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
बोले जिम्मेदार : सतर्कता के मद्देनजर संवेदनशील और अतिसंवेदनशील प्वाइंटों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पैदल गश्त भी की गई है। - आनंद प्रकाश तिवारी, संयुक्त पुलिस आयुक्त