Mahoba Murder Case: दो पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी के बाद महकमे में हलचल तेज, फिर किसी पर गिर सकती है गाज
जिले के कई थानों के पुलिस कर्मियों पर भी हो सकती है कार्रवाई एक माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी अभी तक केवल दो ही आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर सकी बीते 24 घंटों में बांदा उरई झांसी में कई स्थानों में दबिश दी गई
महोबा, जेएनएन। 43 को मंडल के बाहर तबादले और दो की बर्खास्तगी के बाद अब अगला नंबर किसका है, यह यक्ष प्रश्न बनता जा रहा है। फिलहाल शासन भ्रष्टाचार और आत्महत्या को प्रेरित करने के मामले में किसी को भी छोडऩे के मूड में नहीं दिख रहा है। बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ला व सिपाही अरूण यादव तो केवल वह नाम है जो सामने आए है। अब भी कई पुलिस कर्मी ऐसे है जो पर्दे के पीछे है। कबरई थाने के पूर्व एसओ और उनके कार्यखासों की भी जांच हो तो कई और नामों का राजफाश हो सकता है। हालांकि विजिलेंस और एसआइटी ने इस पूरे मामले की जांच की है और खन्ना, कबरई, खरेला, पनवाड़ी सहित सदर कोतवाली सहित अन्य थानों से रिपोर्ट भी तलब की थी। सूत्रों की मानें तो अभी जिले के कई थानों के पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है। उधर लगातार हो रही कार्रवाई से पुलिस महकमे में हलचल तेज हो गई है।
पुलिस टीमें सक्रिय्र, महज दो आरोपित पकड़े
ताज्जुब है कि घटना के एक माह से अधिक का समय बीतने के बाद भी अभी तक केवल दो ही आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर सकी है। आरोपितों को पकड़ने के लिए आइजी स्तर से आठ टीमों का गठन किया था। ये टीमें आरोपित निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार सहित अन्य आरोपितों को पकडऩे के लिए कई जनपदों में छापामारी कर रही है। बीते 24 घंटों में बांदा, उरई, झांसी में कई स्थानों में दबिश दी गई है।
इनका ये है कहना
कबरई प्रकरण की एसआइटी व विजिलेंस टीम ने जांच की है। इसी के आधार पर शासन स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। जांच अभी जारी है। आरोपितों को पकडऩे के लिए टीमें सक्रिय है। उनकी कार्य प्रगति की समीक्षा की जा रही है। - अरुण कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक।