जहरीली शराब के बाद अब पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि बना मुद्दा, कांग्रेस ने शुरू की प्रदर्शन की तैयारी
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला कमेटियों को अब पेट्रोल के खिलाफ आंदोलन करने का आदेश दिया है। जिसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी भी तैयार हैं। पहले की तरह एक बार फिर जिले की तीनों कमेटियों ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
कानपुर, जेएनएन। कांग्रेस के लिए जनआंदोलन महज खानापूर्ति ही है। इसीलिए तो एक विषय पर खानापूर्ति कर अपनी पीठ थपथपाने के बाद अब कांग्रेस ने दूसरा मुद्दा पकड़ लिया है। यह दूसरा मुद्दा है पेट्रोल डीजल के दामों में हो रही बढ़ोतरी का है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला कमेटियों को अब पेट्रोल के खिलाफ आंदोलन करने का आदेश दिया है। जिसके बाद कांग्रेस पदाधिकारी भी तैयार हैं। पहले की तरह एक बार फिर जिले की तीनों कमेटियों ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए हैं। उत्तर जिलाध्यक्ष ने बड़ा चौराहा पर आंदोलन की तैयारी की है तो दक्षिण जिलाध्यक्ष ने चार खंभा चौराहा स्थित पेट्रेाल पंप को धरना पदर्शन के लिए चुना है। वहीं नगर ग्रामीण ने इसके लिए कल्याणपुर थाने के सामने स्थित पेट्रोल पंप काे चुना है। बता दें कांग्रेस ने इससे पहले भी पेट्रोल को मुद्दा बनाकर सत्ता को हिलाने की कोशिश की थी लेकिन वह नाकामयाब रही। इसका बड़ा कारण है कि जनआंदोलन को जनता के बीच नियमित रूप से चलाना चाहिए लेकिन पार्टी के यह आंदोलन पार्टी तक ही सीमित रह जाते हैं। इसके साथ ही एक आंदोलन को बिना मुकाम तक पहुंचाए दूसरे आंदोलन को शुरू करने की नीति से भी कार्यकर्ता असहज हो जाते है। कांग्रेस में अब नंबर पक्के कराने का चलन इधर तेजी से बढ़ा है। ऐसे में कांग्रेस नंबर पक्के करने वालों की निगाह से ही जन आंदोलन की भूमिका तय करती है जो कई बार उनकी हार का बड़ा कारण बनता है।