इतिहास रचने को कचहरी में वकीलों ने कुछ ऐसा किया, जो जहां था दो मिनट के लिए ठहर गया
कचहरी परिसर में चेंबर से लॉन तक एक सुर में राष्ट्रगान गाकर इतिहास रचने को प्रयास किया।
कानपुर, जेएनएन। दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को कचहरी परिसर में रोजाना से अधिक चहल पहल थी और फिर अचानक एक स्वर लहरी कानों में पड़ते ही जो जहां था वहां पर सावधान की मुद्रा में दो मिनट के लिए ठहर गया। ये स्वर लहरी राष्ट्रगान की थी, जो सुबह सुबह वकीलों के चेंबर से निकली थी। गणतंत्र दिवस पर्व के बाद कचहरी में आए वकीलों ने एक दूसरे से एक साथ सुर मिलाकर राष्ट्रगान गाते हुए इतिहास रचने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम के बाद महामंत्री ने सभी अधिवक्ताओं को बधाई दी।
गणतंत्र पर्व के अवसर पर सोमवार को बार एसोसिएशन में वकीलों ने राष्ट्रगान गाने का कार्यक्रम तय किया। इसके लिए सुबह से ही पदाधिकारियों ने तैयारी की और अधिवक्ताओं को लॉन में आमंत्रित किया। बार के लॉन में जैसे ही आयोजकों ने राष्ट्रगान शुरू किया वैसे ही चेंबर और गैलरी में जो जहां भी था दो मिनट के लिए सावधान की मुद्रा में ठहर गया। सभी ने मिलकर राष्ट्रगान पूरा किया।
इसके बाद महामंत्री कपिल ने कहा कि प्रदेश में कानपुर की पहली संस्था बार एसोसिएशन है, जहां पहली बार आठ सौ से ज्यादा वकीलों ने एकसाथ मिलकर राष्ट्रगान गया। इस परंपरा को भविष्य में भी जारी रखा जाएगा। बार एसोसिएशन लॉन में देशभक्ति के नारे लगाए गए और अतिशबाजी भी छुड़ाई गई। महिला वकीलों ने माइक न मिलने पर हंगामा किया और सामान उठाकर फेंक दिया। वरिष्ठ अधिवक्ताओ के समझाने पर महिला वकील शांत हुईं।