कानपुर में कोविड सेंटर बनाने को प्रशासन तलाश रहा जगह, नगर निगम में बंद पड़े 42 अस्पताल
चाचा नेहरू अस्पतला कोपरगंज जागेश्वर अस्पताल गोविंदनगर और बीएन भल्ला अस्पताल बाबूपुरवा तीन बड़े अस्पताल नगर निगम के है इन में तीन सौ बेड पड़ सकते है। इसके अलावा तमाम डिस्पेंसरी बड़ी है यहां पर भी कई बेड पड़ सकते है।
कानपुर, जेएनएन। कोविड सेंटर बनोन को लेकर जिला प्रशासन जगह ढूंढ रहा है। वहीं नगर निगम के तीन बड़े अस्पताल समेत 42 डिस्पेंसरियों में ताला लटका हुआ है। इनको कोवि सेंटर बनाया जा सकता है। नगर निगम में 1994 से डॉक्टरों की भर्ती पर रोक लगी होने के बाद से तैनात डॉक्टर सेवानिवृत्त हो गए है। अब अस्पतालों और डिस्पेंसरी को देखने वाला कोई नहीं है। चाचा नेहरू अस्पतला कोपरगंज, जागेश्वर अस्पताल गोविंदनगर और बीएन भल्ला अस्पताल बाबूपुरवा तीन बड़े अस्पताल नगर निगम के है इन में तीन सौ बेड पड़ सकते है। इसके अलावा तमाम डिस्पेंसरी बड़ी है यहां पर भी कई बेड पड़ सकते है।
महापौर प्रमिला पांडेय ने मंडलायुक्त से जागेश्वर अस्पतला गोविंदनगर में डेढ़ सौ बेड का कोविड सेंटर खोलने को कहा था इससे साउथ सिटी के लोगों को आराम मिल जाएगा। पार्षद नवीन पंडित, सुहैल अहमद, महेंद्र पांडेय, अरविंद यादव, अमित मेहरोत्रा, अभिषेक गुप्ता, मनोज पांडेय, राघवेंद्र मिश्र, नीरज बाजपेयी, रीता पासवान, शिब्बू अंसारी, मो आमिर, शशि साहू, सुधा सचान, अंजू तिवारी ने कहा कि नगर निगम के अस्पतालों और डिस्पेंसरी का प्रयोग किया जाए। जनता की जान बचाना पहली प्राथमिकता है। यहां पर बेड डालक इलाज शुरू किया ज सकता है।