Move to Jagran APP

कानपुर में कोविड सेंटर बनाने को प्रशासन तलाश रहा जगह, नगर निगम में बंद पड़े 42 अस्पताल

चाचा नेहरू अस्पतला कोपरगंज जागेश्वर अस्पताल गोविंदनगर और बीएन भल्ला अस्पताल बाबूपुरवा तीन बड़े अस्पताल नगर निगम के है इन में तीन सौ बेड पड़ सकते है। इसके अलावा तमाम डिस्पेंसरी बड़ी है यहां पर भी कई बेड पड़ सकते है।

By Akash DwivediEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 01:35 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 05:31 PM (IST)
कानपुर में कोविड सेंटर बनाने को प्रशासन तलाश रहा जगह, नगर निगम में बंद पड़े 42 अस्पताल
कानपुर नगर निगम कार्यालय का प्रतीकात्मक फोटो

कानपुर, जेएनएन। कोविड सेंटर बनोन को लेकर जिला प्रशासन जगह ढूंढ रहा है। वहीं नगर निगम के तीन बड़े अस्पताल समेत 42 डिस्पेंसरियों में ताला लटका हुआ है। इनको कोवि सेंटर बनाया जा सकता है। नगर निगम में 1994 से डॉक्टरों की भर्ती पर रोक लगी होने के बाद से तैनात डॉक्टर सेवानिवृत्त हो गए है। अब अस्पतालों और डिस्पेंसरी को देखने वाला कोई नहीं है। चाचा नेहरू अस्पतला कोपरगंज, जागेश्वर अस्पताल गोविंदनगर और बीएन भल्ला अस्पताल बाबूपुरवा तीन बड़े अस्पताल नगर निगम के है इन में तीन सौ बेड पड़ सकते है। इसके अलावा तमाम डिस्पेंसरी बड़ी है यहां पर भी कई बेड पड़ सकते है।

loksabha election banner

महापौर प्रमिला पांडेय ने मंडलायुक्त से जागेश्वर अस्पतला गोविंदनगर में डेढ़ सौ बेड का कोविड सेंटर खोलने को कहा था इससे साउथ सिटी के लोगों को आराम मिल जाएगा। पार्षद नवीन पंडित, सुहैल अहमद, महेंद्र पांडेय, अरविंद यादव, अमित मेहरोत्रा, अभिषेक गुप्ता, मनोज पांडेय, राघवेंद्र मिश्र, नीरज बाजपेयी, रीता पासवान, शिब्बू अंसारी, मो आमिर, शशि साहू, सुधा सचान, अंजू तिवारी ने कहा कि नगर निगम के अस्पतालों और डिस्पेंसरी का प्रयोग किया जाए। जनता की जान बचाना पहली प्राथमिकता है। यहां पर बेड डालक इलाज शुरू किया ज सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.