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यहां तो बंद मवेशियों को भी गोशाला नहीं ले जा सका प्रशासन, 10 पकड़ सके 60 भागे

फतेहपुर के टांडा गांव में फसल बर्बाद कर रहे आवारा मवेशियों को किसानों ने विद्यालय में बंद कर दिया लेकिन स्कूल से हटाकर इन्हें अस्थाई गोशाला ले जाने के लिये पहुंचा प्रशासन की टीम बंधे हुए 70 मवेशियों को भी नहीं पकड़ सकी और 60 भाग गये।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 05:00 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jan 2021 05:00 PM (IST)
यहां तो बंद मवेशियों को भी गोशाला नहीं ले जा सका प्रशासन, 10 पकड़ सके 60 भागे
फतेहपुर जनपद में किसानों की फसल बर्बाद कर रहे आवारा गोवंश। प्रतीकात्मक चित्र

फतेहपुर, जेएनएन। जिले के भिटौरा विकास खंड के टांडा गांव में बेसहारा पशु किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैैं। अपनी फसल बचाने के लिये किसानों ने करीब 70 मवेशियों को विद्यालय में बंद किया तो प्रशासन से इनकी तकरार हो गयी। प्रशासन ने इन्हें अस्थाई गोशाला में ले जाने की बात तो कही लेकिन इन्हें अस्थाई गोशाला में ले नहीं जा सका।

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रात करीब एक बजे प्रशासन की टीम मवेशियों को ले जाने के लिये स्कूल पहुंची लेकिन टीम  के सामने से 60 मवेशी भाग गये केवल दस को ही प्रशासन की टीम पकड़कर अस्थाई गोशाला ले जा सकी। किसानों के आरोप लगाने पर अब प्रशासन बेसहारा पशुओं के भाग जाने की दलील देकर पुन: पकड़कर गोशाला में रखने की बात कह रहा है। ग्रामीणों का तर्क है कि उन्होंने फसलें बचाने के लिए क्षेत्र के बेसहारा गोवंश को जान जोखिम में डालकर गांव के स्कूल में बंद किया था, लेकिन प्रशासन ने इन्हें ले जाने के बजाए छोड़ दिया।

टांडा गांव के आसपास बेसहारा पशु फसलों को बर्बाद कर रहे थे। 24 जनवरी को ग्रामीणों ने इन्हें एकत्र कर स्कूल में बंद किया था।

25 जनवरी को यहां बीडीओ पुतान सिंह, एडीओ अशोक कुमार टीम के साथ पहुंच गए और गांव में अस्थायी गोशाला बनाने का इंतजाम शुरू हो गया, लेकिन ग्रामीणों ने विरोध जताया जिसके बाद गोशाला का निर्माण नहीं हुआ। प्रशासन ने रात डेढ़ बजे नगर पालिका की कैटिल कैचर दस्ते को बुलाकर इन बेसहारा पशुओं को रारा, सलेमाबाद और कान्हा गोशाला मलाका में भेजने की योजना बनाई। बेसहारा पशु पकड़ने गयी चार सदस्यीय टीम ने जैसे ही स्कूल का गेट खोलकर कैटिल कैचर मशीन में पशु भरने शुरू किए तो पहले से बंद मवेशी निकलकर जंगल की तरफ भाग गए। मात्र दस मवेशियों को ही मशीन में कैद किया जा सका। जिन्हें बाद में सलेमाबाद गोशाला भेजा गया।

जो पशु भाग गए उन्हें भी पकड़ा जाएगा बीडीओ

बीडीओ पुतान सिंह ने कहा कि ग्रामीणों ने स्कूल में मवेशी बंद किए थे, गणतंत्र दिवस पर स्कूल में कार्यक्रम थे। इसलिए 25 जनवरी की रात कैटिल कैचर लगाकर मवेशी पकड़ने का काम किया गया है। कुछ पशु पकड़ में आए हैं और कुछ भाग गए हैं। जो भाग गए हैं उन्हें भी पकड़ा जाएगा।  


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