Health News: स्वास्थ्य अपर निदेशक ने जारी की गाइड लाइन, सीएचसी व पीएचसी में भर्ती किए जाएं मरीज
अपर निदेशक चिकित्सा स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण ने सभी जिलों के सीएमओ एवं जिला अस्पताल के सीएमएस को निर्देश दिए हैं कि जरूरी होने पर ही गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल या मेडिकल कालेज रेफर किया जाए ।
कानपुर, जेएनएन। बुखार एवं मामूली समस्या के मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ही भर्ती कर इलाज किया जाए। जरूरी होने पर ही जिला अस्पताल मरीजों को भेजा जाए। इसी तरह जिला अस्पताल मरीजों को भर्ती कर इलाज करें, बेवजह मरीजों को जीएसवीएम मेडिकल कालेज और उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई न भेजा जाए। हर जिलों से मरीज रेफर करने से इन संस्थानों में लोड बढ़ रहा है। इस समस्या को देखते हुए अपर निदेशक चिकित्सा स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण कानपुर मंडल डा. जीके मिश्रा ने सभी जिलों के सीएमओ एवं जिला अस्पताल के सीएमएस को निर्देश दिए हैं।
डा. मिश्रा ने बताया कि सीएचसी-पीएचसी के डाक्टर मरीजों को भर्ती न करते हुए जिला अस्पताल भेज देते हैं। इस वजह से जिला अस्पतालों के बेड फुल हो गए हैं। ऐसे में जिला अस्पताल में जब मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं तो उन्हें बेड न होने की बात कहते हुए डाक्टर कानपुर एवं सैफई भेज देते हैं। इस वजह से इन संस्थानों में मरीजों का दबाव बढ़ता जा रहा है। सामान्य समस्या के मरीजों को रेफर किए जाने की समस्या से दोनों संस्थानों के प्रमुखों से अपर निदेशक को पत्र लिखा था। इस पर निर्देश जारी किए हैं।
बेड नहीं तो कोविड बेड का करें इस्तेमाल
अपर निदेशक डा. जीके मिश्रा का कहना है कि प्रत्येक जिले कानपुर नगर, देहात, इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद एवं कन्नौज जिले की चार-चार सीएचसी में 10-10 बेड के कोविड एल-वन प्लस सेंटर बनाए गए हैं। अगर बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो इन कोविड बेड का इस्तेमाल मरीजों के लिए किया जाए। उन बेड पर मरीजों को भर्ती कर इलाज करें। इसी तरह जिला अस्पताल भी अपने यहां इलाज सुनिश्चित कराएं। किसी भी मरीजों को बेड की समस्या बता कर लौटाया नहीं जाए।