शहर में सीएए का विरोध करते हुए दंगा भड़काने वालों पर रासुका की कार्रवाई
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दंगा भड़काने वालों में 16 आरोपितों की गिरफ्तारी शेष थाना प्रभारी बाबूपुरवा जनार्दन प्रताप सिंह ने बताया बाबूपुरवा निवासी अकरम और शाबिर सिद्दीकी के नाम प्रकाश में आने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था
कानपुर, जेएनएन। बाबूपुरवा में नागरिकता संशोधन कानून सीएए और एनआरसी के विरोध में 20 दिसंबर 2019 को बाबूपुरवा के बगाही, बेगमपुरवा, ईदगाह आदि स्थानों पर अराजक तत्वों ने सरकार विरोधी नारे लगाकर दंगा किया था। वहीं पुलिस बल पर फायरिंग, पेट्रोल और एसिड बम फेंकने के साथ ही पथराव किया था। मामले में बाबूपुरवा पुलिस ने दो आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा काननू के तहत कार्रवाई की है।
सीएए-एनआरसी के विरोध में बाबूपुरवा के बेगमपुरवा, बगाही ईदगाह आदि स्थानों पर अराजकतत्वों ने दंगा भड़काने का काम किया था। इस दौरान अराजकतत्वों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए पुलिस बल पर फायरिंग, पेट्रोल-एसिड बम फेंकने, पथराव आदि किया था। जिसमें बाबूपुरवा थाने में करीब पांच हजार लोगों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी बाबूपुरवा जनार्दन प्रताप सिंह ने बताया बाबूपुरवा निवासी अकरम और शाबिर सिद्दीकी के नाम प्रकाश में आने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी हुई थी। अब उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी कार्रवाई की गई है।
थाना प्रभारी ने बताया कि अब तक 20 आरोपितों के गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पांच आरोपित न्यायालय में सरेंडर कर चुके हैं। 23 आरोपितों के खिलाफ न्यायाय में चार्ज शीट दाखिल हो चुकी है। दो आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में 16 आरोपितों की गिरफ्तारी शेष है। जिसमें पांच आरोपित 25-25 हजार के इनामी है। छह आरोपितों के पते तस्दीक नहीं हो सके हैं। पांच अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।