छापों के लिए डीसी, एसी को प्रशिक्षित करेगा वाणिज्य कर विभाग
कोरोना काल में सभी कारोबार पहले बंद थे और बाद में जब शुरू हुए तो भी व्यापार की बहुत अच्छी स्थिति नहीं थी। इसकी वजह से उच्च स्तर से छापों की कार्रवाई पर रोक मौखिक रूप से रोक लगी हुई है।
कानपुर, जेएनएन। वाणिज्य कर विभाग अपनी विशेष अनुसंधान शाखा के उपायुक्त और सहायक आयुक्तों को छापों के दौरान की जाने वाली कार्रवाई को लेकर प्रशिक्षित करने जा रहा है। प्रदेश भर के उपायुक्तों और सहायक आयुक्तों को यह प्रशिक्षण ऑनलाइन दिया जाएगा। इसमें 87 अधिकारियों को शामिल किया जा रहा है जिसमें आठ कानपुर के हैं। दो दिवसीय यह प्रशिक्षण 17 व 18 नवंबर को होना है।
कोरोना काल में सभी कारोबार पहले बंद थे और बाद में जब शुरू हुए तो भी व्यापार की बहुत अच्छी स्थिति नहीं थी। इसकी वजह से उच्च स्तर से छापों की कार्रवाई पर रोक मौखिक रूप से रोक लगी हुई है। अधिकारियों को भी कह दिया गया है कि जब तक बहुत जरूरी ना हो जाए, इस तरह की कार्रवाई फिलहाल व्यापारिक या औद्योगिक प्रतिष्ठान पर ना की जाए। बीच में कारोबारियों के टर्नओवर की स्थिति जानकर डाटा इंट्री करने के निर्देश जारी हुए थे, जिसका व्यापारिक जगत में काफी विरोध भी हुआ था।
उसे भी उस समय रोक दिया गया था। अब त्योहार से कारोबार फिर पटरी पर आ गया है। कोरोना काल के पहले और वर्तमान में काफी अंतर आ चुका है। अब भविष्य में जो भी कार्रवाई होनी है, उसके लिए उपायुक्त और सहायक आयुक्त किस तरह पूरी टीम का नेतृत्व करेंगे। इसकी उन्हेंं जानकारी दी जाएगी।
कानपुर से उपायुक्त में चंद्रशेखर, प्रमोद कुमार, राजेश प्रताप सिंह, विधु शेखर पांडेय शामिल हैं। वहीं सहायक आयुक्तों में अजमत उल्लाह, ममता उपाध्याय, राम आशीष पांडेय, वीरेंद्र कुमार मिश्रा को लिया गया है।