घर से भागी किशोरी को पहले बेटी बनाकर रखा, फिर खुद ही लूट ली इज्जत
सेंट्रल स्टेशन पर चाइल्ड लाइन को रोती हुई मिली पीडि़ता सौतेली मां से परेशान होकर चार माह पहले भाग आई थी बिहार से।
By AbhishekEdited By: Published: Fri, 26 Apr 2019 12:25 PM (IST)Updated: Fri, 26 Apr 2019 04:46 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। घर से भागी बिहार की एक किशोरी कानपुर में अपनी इज्जत गवां बैठी। उसके साथ यह सब करने वाला और कोई नहीं बल्कि वह मददगार था, जिसने उसे बेटी बनाकर घर में रखा। यह सच तब सामने आया जब किसी तरह कैद से निकलकर किशोरी सेंट्रल रेलवे स्टेशन पहुंची और रेलवे चाइल्ड लाइन की नजर उस पर पड़ी।
रेलवे चाइल्ड लाइन के समन्वयक धमेंद्र ओझा ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर एक पर रोती हुई किशोरी को देखकर उससे पूछताछ की गई। पहले तो उसने कुछ नहीं बताया, मगर जब उसे विश्वास में लिया गया तो उसने जो कहानी बताई उसे सुनकर सभी दंग रह गए। किशोरी ने बताया कि वह बिहार के मोतिहारी जिले की रहने वाली है। मां की मौत के बाद पिता ने दूसरा निकाह कर लिया था।
सौतेली मां से तंग आकर वह घर से चार महीना पहले भाग निकली। मोतिहारी में ही उसे महिला मिली जो अपने घर पर रहने का दिलासा देकर कानपुर ले आई। वह इस परिवार के साथ लालबंगला क्षेत्र में रहने लगी। गृहस्वामी को वह अब्बू और उस महिला को अम्मी व उनके बच्चों को भाई बहन की तरह मानती। वह लोग भी उसे प्यार करते थे। मगर दो महीने पहले गृहस्वामी की नीयत खराब हो गई और मजबूरी का फायदा उठाकर वह उसके साथ दुष्कर्म करने लगा।
उसने घर में सभी को इस बारे में बताया लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। इन परिस्थितियों में वह किसी तरह से घर से भागी और सेंट्रल स्टेशन आ पहुंची। धर्मेन्द्र ने बताया कि किशोरी को मेडिकल के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया है। उसके परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।
रेलवे चाइल्ड लाइन के समन्वयक धमेंद्र ओझा ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर एक पर रोती हुई किशोरी को देखकर उससे पूछताछ की गई। पहले तो उसने कुछ नहीं बताया, मगर जब उसे विश्वास में लिया गया तो उसने जो कहानी बताई उसे सुनकर सभी दंग रह गए। किशोरी ने बताया कि वह बिहार के मोतिहारी जिले की रहने वाली है। मां की मौत के बाद पिता ने दूसरा निकाह कर लिया था।
सौतेली मां से तंग आकर वह घर से चार महीना पहले भाग निकली। मोतिहारी में ही उसे महिला मिली जो अपने घर पर रहने का दिलासा देकर कानपुर ले आई। वह इस परिवार के साथ लालबंगला क्षेत्र में रहने लगी। गृहस्वामी को वह अब्बू और उस महिला को अम्मी व उनके बच्चों को भाई बहन की तरह मानती। वह लोग भी उसे प्यार करते थे। मगर दो महीने पहले गृहस्वामी की नीयत खराब हो गई और मजबूरी का फायदा उठाकर वह उसके साथ दुष्कर्म करने लगा।
उसने घर में सभी को इस बारे में बताया लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। इन परिस्थितियों में वह किसी तरह से घर से भागी और सेंट्रल स्टेशन आ पहुंची। धर्मेन्द्र ने बताया कि किशोरी को मेडिकल के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया है। उसके परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।
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