डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर : रूमा से प्रयागराज तक बनेंगे 42 आरओबी व आरयूबी
अमृतसर से कोलकाता तक बनाए जा रहे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के तहत कानपुर शहर में क्रासिंगों पर जाम की समस्या से निजात के लिए करबिगवां में आरओबी रूमा और प्रेमपुर में अंडर ब्रिज बनाया जाना प्रस्तावित किया गया है।
कानपुर, जेएनएन। नई दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर रूमा से प्रयागराज तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (डीएफसी) 42 रेलवे ओवर ब्रिज और अंडर पास बनाने का सिलिसला शुरू हो गया है। शहर में इसकी शुरुआत डीएफसी ने करबिगवां से शुरू की है। क्रॉसिंग पर जाम से बचाने के लिए जल्द ही शहर में आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) अथवा आरयूबी (रेलवे अंडर ब्रिज) बनाए जाने की तैयारी है।
माल गाडिय़ों को शहर के बाहर ही बाहर निकालने के लिए अमृतसर से कोलकाता के बीच डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर बनाया जा रहा है। इसके तहत रूमा से प्रयागराज के बीच ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है। डीएफसी अधिकारियों के मुताबिक इस रूट पर 42 आरओबी और आरयूबी बनाए जाने हैं। शहर में सरसौल, करबिगवां, प्रेमपुर और रूमा में डीएफसी की लाइन सड़क को क्रॉस करेगी। इन जगहों पर रेलवे की भी क्रासिंग हैं, जहां पर जाम की समस्या रहती है।
करबिगवां में पुल का काम धीमा
डीएफसी अधिकारी बताते हैं कि करबिगवां में डीएफसी, सेतु निगम और रेलवे मिलकर ओवर ब्रिज बना रहा है। इसमें रेलवे के स्तर पर डिजायन का कुछ मामला फंसा है, जो जल्द पूरा हो जाएगा। इसके बाद काम तेजी के साथ शुरू होगा। सेतु निगम अपने हिस्से पर काम कर रहा है, साथ ही सरसौल में रेलवे को पुल बनाना है। रूमा रेलवे क्रासिंग नंबर 73 और प्रेमपुर की क्रासिंग नंबर 70 पर आरयूबी प्रस्तावित है।
- अंडर और ओवर ब्रिज के लिए समय सीमा जून 2021 है। इस समयावधि में काम पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। ब्रिज बनने के बाद ही ट्रैक पर मालगाड़ी चलाई जाएगी। -राजेश अग्रवाल, परियोजना प्रबंधक डीएफसीसीआइएल