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दीक्षा एप से न पढ़ाने वाले 3,749 शिक्षकों से पूछा जाएगा कारण, हो सकती है कार्रवाई

एडी बेसिक ने विभाग की रिपोर्ट तैयार कराई थी जिसमें शिक्षकों की यह वास्तविकता सामने आई फिलहाल शासन ने दीक्षा एप का उपयोग निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी करना अनिवार्य कर दिया है संतोषजनक जवाब न होने पर कार्रवाई होगी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 07:17 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 07:17 PM (IST)
दीक्षा एप से न पढ़ाने वाले 3,749 शिक्षकों से पूछा जाएगा कारण, हो सकती है कार्रवाई
मंडल के छह जिलों के शिक्षक दीक्षा एप से पढ़ाई कराने में बरत रहे लापरवाही

कानपुर, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों को अपने-अपने स्मार्टफोन में दीक्षा एप डाउनलोड कर उससे पढ़ाने के आदेश जारी हुए थे। कानपुर मंडल के छह जिलों में 3,749 शिक्षक ऐसे हैं, जो दीक्षा एप से नहीं पढ़ाते। एडी बेसिक ने विभाग की रिपोर्ट तैयार कराई थी, जिसमें शिक्षकों की यह वास्तविकता सामने आई। इन आंकड़ों को मंडलायुक्त के सामने प्रस्तुत किया गया है। हालांकि ऐसा भी कहा जा रहा है कि इन शिक्षकों से दीक्षा एप से न पढ़ाने का कारण पूछा जाएगा। फिलहाल शासन ने दीक्षा एप का उपयोग निजी स्कूलों के शिक्षकों को भी करना अनिवार्य कर दिया है।

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एप से न पढ़ाने वाले किस जिले में कितने शिक्षक    

जिले का नाम

शिक्षक
इटावा    482
औरैया      464
कन्नौज    494
कानपुर नगर    498
फर्रुखाबाद

234
कानपुर देहात 

   1577

इनका ये है कहना

मंडल में जो शिक्षक दीक्षा एप से नहीं पढ़ा रहे हैं, उनसे कारण पूछा जाएगा। संतोषजनक जवाब न होने पर कार्रवाई होगी। -  केसी भारती, एडी बेसिक


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