कानपुर: अंतिम संस्कार करने को लेकर मृतक के पुत्र-दामाद में हुई मारपीट, विवाद के कारण रोकनी पड़ी शव यात्रा
बिल्हौर क्षेत्र के एक परिवार में मुखिया की मौत के बाद उनके पुत्र व दामाद के बीच झगड़ा होने लगा। मामला देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गया। कस्बा प्रभारी रवि दीक्षित ने बताया कि विवाद कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शव को भिजवा दिया गया है।
कानपुर, जेएनएन। जिले से कुछ दूर बिल्हौर क्षेत्र में एक छोटी सी बात को लेकर बहनोई की साले के साथ मारपीट हो गई। मामला घर के मुखिया की मौत से जुड़ा है। दरअसल उनके निधन के बाद बेटे और दामाद के बीच इस बात का विवाद था कि अंतिम संस्कार कौन करेगा। यह विवाद घाट जाते समय अचानक मारपीट में तब्दील हो गया। व्यथित मन से शव काे अंतिम संस्कार के लिए ले जाने वाले कब अचानक उग्र हो गए ये उनके साथ मौजूद लोग भी नहीं जान पाए।
यह है पूरा मामला: असालतगंज, चौबेपुर निवासी कमलेश कुमार ने बताया कि उसकी रसूलाबाद क्षेत्र के कुर्सी भीटी गांव में ससुराल है। 85 वर्षीय ससुर रामप्रसाद कैंसर के चलते बीते दो वर्षों से बीमार चल रहे थे। पुत्रों के सेवा न करने पर पत्नी कमलेश कुमारी के कहने पर वह उन्हें अपने साथ अपने घर ले गए थे और वहीं पर ससुर का उपचार करा रहे थे। इस दौरान ससुर ने अपनी जमीन भी पत्नी कमलेश कुमारी के नाम कर दी थी। बुधवार की रात ससुर की मौत हो गई। इस पर उसने ससुराल में खबर दी और गुरुवार को वह शव को अंतिम संस्कार के लिए नानामऊ घाट ले जा रहे थे। इस बीच साला नोखे व शिवकांत साथियों के साथ आ गए और ककवन रोड पर ट्रैक्टर रोक लिया। साले शव अपने घर ले जाने की जिद करने लगे। उसने शाम होने के कारण अंतिम संस्कार करने की बात कही तो साले व उनके साथी मारपीट करने लगे। विवाद की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और विवाद कर रहे लोगों को कोतवाली ले आई। इस बीच चालक ट्रैक्टर पर रखा शव लेकर कोतवाली पहुंच गया।
इनका ये है कहना: कस्बा प्रभारी रवि दीक्षित ने बताया कि विवाद कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर शव को अंतिम संस्कार के लिए भिजवा दिया गया है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।