फतेहपुर: अंतिम संस्कार के बाद मथुरा में पति संग जिंदा मिली थी नर्स, कारीगर ने रहस्य से उठाया पर्दा
Missing Nurse Case Fatehpur जहानाबाद कस्बा के सोनराही गली निवासी मोनिका पुत्री शिवप्रसाद रैदास दो जून को लापता हो गई थी। तीन जून को पिता ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। 15 जून को ललौली थाने के कोर्राकनक नाले से एक युवती का शव बरामद हुआ।
फतेहपुर, जेएनएन। Missing Nurse Case Fatehpur युवती के मिले शव के मामले में उठाए गए शटरिंग कारीगर ने जो राज उगले उससे पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है। पति के साथ मथुरा से बरामद युवती (नर्स) से पुलिस पूछताछ कर रही है। वहीं, नाले में मिले युवती के शव की गलत शिनाख्त कर उसका अंतिम संस्कार करने युवक (भाई) व पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। नर्स के पिता का कहना था कि नाले में मिले युवती के शव की नाक देखकर उसकी शिनाख्त बेटी के रूप में की थी। क्योंकि, चेहरा काफी फूला होने के साथ उसमें कीड़े भी पड़ गए थे। इसमें उनकी व उनके परिवार की किसी को फंसाने की कोई साजिश नहीं थी। उधर, पुलिस ने शटरिंग कारीगर को छोड़ दिया।
यह है पूरा मामला: जहानाबाद कस्बा के सोनराही गली निवासी मोनिका पुत्री शिवप्रसाद रैदास, दो जून को लापता हो गई थी। तीन जून को पिता ने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। 15 जून को ललौली थाने के कोर्राकनक नाले से एक युवती का शव बरामद हुआ तो भाई वीरेंद्र व पिता शिवप्रसाद ने उसकी शिनाख्त मोनिका के रूप में कर ली थी। पोस्टमार्टम बाद शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था। भाई ने बुढ़वा गांव के एक शटरिंग कारीगर समेत तीन लोगों पर संदेह जताया था जिस पर पुलिस ने उसे उठा लिया था लेकिन शटरिंग कारीगर व अन्य ने जब दिवंगत युवती की फोटो देखी तो उसने पुलिस के समक्ष कह दिया था कि ये मोनिका नहीं है जिससे पुलिस को शिनाख्त पर संदेह हो गया था, पुलिस ने जब छानबीन की तो पता चला कि युवती इस समय मथुरा में अपने पति के साथ है।
पुलिस ने की लापरवाही, बाद में शपथपत्र: युवती की पहचान कराने में पुलिस ने मानकों का पूरा पालन नहीं किया। स्वजन के कहने के साथ ही शव दे दिया। बताते है शव सिपुर्द करने के पहले शरीर के किसी अंग के विशेष चिह्न से पहचान नहीं कराई गई। शटरिंग कारीगर ने जब नर्स के जिंदा होने की बात कही तो पुलिस के हाथ-पैर फूल गए और आनन-फानन युवती के पिता व भाई से शपथपत्र लेकर बचाव किया। पहचान के लिए युवती के भाई, पिता, बहनोई, बड़ी बहन व मुहल्ले के तीन लोग आए थे, आखिर सभी ने पहचान में इतनी बड़ी भूल कैसे कर दी। बताते है पिता युवती के शव को घर नहीं ले गए, पोस्टमार्टम हाउस से सीधा भिटौरा गंगा घाट में ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया।
...तो नाले में मिली युवती कौन है: अब यह सवाल उठता है कि 15 जून को कोर्राकनक गांव के नाले में मिला युवती का शव किसका है। युवती के शरीर में हरे रंग का टाप व हल्के नीले रंग की जींस साथ दाहिने हाथ में काले रंग की घड़ी व काले रंग का धागा था। अब ललौली पुलिस को नए सिरे से काम करना पड़ेगा। क्योंकि इसके पहले जहानबाद के स्वजन के युवती की शिनाख्त करने पर ललौली पुलिस ने मामला जहानाबाद स्थानान्तरित कर दिया था लेकिन अब चार फिट आठ इंच की युवती की शिनाख्त करने के लिए डीसीआरबी के जरिए पड़ोसी जिले फोटो भेज रही है। ललौली एसओ संदीप तिवारी का कहना था कि शिनाख्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
17 जून को नर्स ने प्रेमी से कर ली थी शादी: मथुरा गई एसओजी व सर्विलांस टीम के समक्ष नर्स मोनिका ने बताया कि वह दो जून को स्वजन को कुछ बताए बगैर मथुरा चली आई थी। वहां उसने प्रेमी शुभम चौधरी निवासी करौली जिला अलीगढ़ से गत 17 जून को आर्यसमाज ढंग से शादी कर ली थी, लेकिन स्वजन को इसके बारे में कुछ नहीं बताया था।
इनका ये है कहना:
- नर्स मोनिका जिंदा मिल गई है, उसे व उसके पति को लेकर पुलिस टीम आ रही है और दोनों ने बालिग होने पर शादी कर ली है। बताया कि छह माह पूर्व नर्स का प्रशिक्षण लेने मथुरा गई थी तभी इसका शुभम से संपर्क हुआ था। - अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार
- नाले में मिली युवती के शव का डीएनए सैंपल लिया गया है। वहीं, शिनाख्त करने वाले परिवार ने साजिश के तहत दिवंगत युवती की गलत शिनाख्त की है, जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिनाख्त कराने में पूरी प्रक्रिया को अपनाया गया है इसमें कहीं भी चूक नहीं की गई है। - सतपाल अंतिल, पुलिस अधीक्षक।
घटनाक्रम पर एक नजर
- 15 जून को कोर्राकनक में अज्ञात युवती का शव मिला।
- 17 जून को जहानाबाद के स्वजन ने शिनाख्त की।
- 17 जून देर शाम भिटौरा में शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
- 17 जून को देर रात शटरिंग कारीगर समेत चार को उठाया।
- 18 जून पुलिस ने स्वजन से लिया नोटरी हलफनामा।
- 19 जून को गुमशुदगी का मुकदमा हत्या कर शव गायब करने में तरमीम।
- 19 जून की देर रात एसओजी ने नर्स को जिंदा बरामद किया।